देश में रफ्तार पकड़ने लगी इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री, 2027 तक आएगा जबरदस्त उछाल

इलेक्ट्रिक वाहन बिक्री हाल ही में कुछ अनुमानित रिपोर्टों से आगे निकल चुकी है। उदाहरण के लिए, 2021 की IHS मार्केट रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में EV की बाजार में 12,000 यूनिट सेल होने की उम्मीद थी और 2022 तक बढ़कर इनके 18,000 यूनिट और 2028 तक 1.75 लाख यूनिट तक पहुंचने की उम्मीद थी। लेकिन EVs की बिक्री ने वित्त वर्ष 2022 के अनुमान को नौ महीने पहले ही हासिल कर लिया है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) द्वारा साझा किए गए वित्त वर्ष 2022 के बिक्री आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष 2021 के मुकाबले 2022 में EVs की बिक्री 257 प्रतिशत बढ़ी है। वित्त वर्ष 2021 में इनकी 4,984 यूनिट्स की बिक्री हुई थी और 2022 में 17,802 यूनिट्स बिके हैं। फिलहाल चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों का पैसेंजर वाहन मार्केट में मात्र 0.65 प्रतिशत हिस्सा है। बाजार EVs के कम विकल्प मौजूद होना इसकी मुख्य वजह है।
ऑटोमोटिव विश्लेषकों का मानना है कि कुछ ही वर्षों में EVs की विकास दर के अंकों में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा और यह बाजार जबरदस्त वृद्धि करने वाला है। साल 2025 से 2027 EVs के लिए बेहद उपयोगी साबित होंगे। किसी भी बढ़ते तकनीक आधारित उद्योग में एक समय होता है जब चीजों की बिक्री एक दम से बढ़ती हैं। संभावित रूप से 2025 की शुरुआत से EVs की बाजार में बिक्री लाखों में पहुंच सकती है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के डाटा के अनुसार, वर्तमान भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में चार EV मॉडल हैं जो मध्यम और उच्च मध्यम वर्ग की खरीद रेंज के आसपास उपलब्ध हैं। टाटा की नेक्सन EV और टिगोर EV, हुंडई की कोना EV और एमजी मोटर की ZS EV। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सितम्बर, 2021 तक भारत में 2,900 EV चार्जिंग स्टेशन थे, जिनके 2023 तक 22,700 होने का अनुमान है।
20025 तक मारुति सुजुकी अपनी एक EV लॉन्च करेगी। 2026 तक टाटा मोटर्स 10 EV मॉडल पेश करेगी कर सकती है। हुंडई और किआ का 2028 तक 6 EVs लॉन्च करने का इरादा है। महिंद्रा के पास 2027 तक चार इलेक्ट्रिक SUVs होंगी।