
तुर्की: अर्दोआन के खिलाफ क्यों सड़कों पर लोग, विपक्षी नेता की गिरफ्तारी का मामला क्या है?
क्या है खबर?
तुर्की में राजनीतिक और घरेलू संकट गहराता जा रहा है। राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन के खिलाफ देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और कई जगह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है।
प्रदर्शनों की शुरुआत इस्तांबुल के महापौर इकरम इमामुलू की गिरफ्तारी के बाद हुई है।
उथल-पुथल के बीच तुर्की के शेयर बाजार और मुद्रा में भारी गिरावट आई है।
आइए पूरा विवाद जानते हैं।
शुरुआत
कैसे शुरू हुए प्रदर्शन?
तुर्की की सरकार ने 19 मार्च को रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) के नेता इमामुलू को गिरफ्तार कर लिया था। उन पर भ्रष्टाचार और आतंकवादी संगठन की मदद करने समेत कई आरोप लगाए गए।
दरअसल, इमामुलू अर्दोआन के मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं और 2028 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए उन्हें CHP द्वारा उम्मीदवार घोषित किया जाना था।
विपक्षी पार्टियों ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक बताया और लोगों से अर्दोआन के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
आरोप
इमामुलू पर क्या-क्या आरोप हैं?
इमामुलू पर पहला आरोप कुछ सरकारी टेंडरों में आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का है। इस मामले में जांच के लिए 100 से अधिक नेताओं, पत्रकारों और कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें इमामुलू के प्रेस सलाहकार मूरत ओंगुन, इस्तांबुल जिले के निर्वाचित मेयर रेसुल इमराह सहान और मूरत कालिक भी शामिल हैं।
इसके अलावा इमामुलू और 6 अन्य लोगों पर कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) की मदद करने के आरोप हैं। तुर्की PKK को आतंकवादी संगठन मानता है।
प्रदर्शन
कई जगह हिंसक प्रदर्शन, सैकड़ों गिरफ्तार
तुर्की के 81 प्रांतों में 40 से भी ज्यादा जगहों पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। इन्हें बीते एक दशक में सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है।
कई जगह प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें हैं, जिनमें करीब 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर रबर की गोलियां और आंसू गैस के गोले दागे हैं। अब तक करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सरकार
प्रदर्शनों पर सरकार का क्या कहना है?
राष्ट्रपति अर्दोआन ने प्रदर्शनों की निंदा करते हुए कहा कि उनकी सरकार तोड़फोड़ और सड़क पर आतंक से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं करेगी।
वहीं, गृह मंत्री अली यरलिकाया ने प्रदर्शनों की कड़ी निंदा की और विपक्ष के व्यव्हार को गैर-जिम्मेदाराना बताया।
सरकार ने इमामुलू की गिरफ्तारी पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि देश की न्याय पालिका स्वतंत्र है।
मुद्रा
प्रदर्शनों के बीच मुद्रा में रिकॉर्ड गिरावट
प्रदर्शनों की वजह से तुर्की का शेयर बाजार धाराशाई हो गया है। 21 मार्च को शेयर बाजार में 13.82 प्रतिशत की गिरावट आई, जो 2008 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।
बेंचमार्क स्टॉक इंडेक्स (XU100) बीते 4 सालों में सबसे ज्यादा (करीब 9 प्रतिशत) गिर गया है।
मुद्रा लीरा में बीते एक हफ्ते में 4 प्रतिशत की गिरावट आई है। 22 मार्च को एक डॉलर के मुकाबले लीरा की कीमत 38 थी, जबकि 2 दिन पहले ये 42 थी।
परिचय
कौन हैं इमामुलू
4 जून, 1970 को जन्में इमामुलू राजनीति में आने से पहले रियल एस्टेट कारोबारी थे। वे 2019 में चर्चा में आए, जब उन्होंने इस्तांबुल महापौर चुनाव में अर्दोआन समर्थक उम्मीदवार को हराया।
2024 में इमामुलू ने फिर से अर्दोआन समर्थित उम्मीदवार को हराया और इस्तांबुल के महापौर बने।
2028 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए इमामुलू सबसे बड़े विपक्षी उम्मीदवार हैं।
उनकी पार्टी ने निकाय चुनावों में अर्दोआन का गढ़ माने जाने वाली सीटों पर जीत दर्ज की है।