पुतिन पर लगा नोविचोक जहर देकर अपने विरोधी नवलनी को मारने का आरोप, क्या है ये?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी नेता एलेक्सी नवलनी की संदिग्ध परिस्थितियों में जेल में मौत हो गई। वह खारप की एक जेल में उग्रवाद के आरोप में 20 साल की सजा काट रहे थे। नवलनी की पत्नी यूलिया नवलनया ने पुतिन पर उनके पति की हत्या करवाने का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि नोविचोक जहर देकर उनके पति की हत्या की गई। आइए जानते हैं कि नोविचोक जहर क्या है और कितना खतरनाक है।
नवलनी की पत्नी ने पुतिन पर क्या आरोप लगाए?
19 फरवरी को नवलनी की पत्नी यूलिया ने एक वीडियो जारी करते हुए आरोप लगाया कि पुतिन के आदेश पर जेल में बंद उनके पति की नोविचोक जहर देकर हत्या की गई। उन्होंने कहा कि रूस के अधिकारी उनके पति का शव नहीं दे रहे हैं, ताकि उनके शव से नोविचोक जहर के सबूत मिटाए जा सकें। उन्होंने कहा कि वह अपने पति की तरह देशहित में पुतिन के खिलाफ उनकी लड़ाई को जारी रखेंगी।
क्या है नोविचोक जहर?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, सोवियत संघ द्वारा शीतयुद्ध के दौरान गुप्त रूप से बनाया गया नोविचोक जहर एक रासायनिक नर्व एजेंट है। इसे चौथी पीढ़ी के रासायनिक हथियार के रूप में जाना जाता है। ये एक ऑर्गनोफॉस्फोरस यौगिक है, जो बहुत जहरीला होता है। नोविचोक जहर अपने अत्यधिक विषाक्तता के गुण के कारण लाइलाज माना जाता है। इस जहर की खासियत है कि ये पहचान करना बेहद मुश्किल है कि ये किसी व्यक्ति को दिया गया है।
नोविचोक जहर को कब बनाया गया?
सोवियत संघ में नोविचोक जहर को 1970 और 1980 के दशक के दौरान बनाया गया था। इसे कोडनेम 'फोलिएंट' के तहत विकसित किया गया था। इस रासायनिक जहर के बारे में खुलासा सबसे पहले रूसी वैज्ञानिक डॉ विल मिर्जायानोव ने किया था। इसके बाद अमेरिकी सेना के कुछ अधिकारियों ने साल 1999 में उज्बेकिस्तान स्थित भूतपूर्व सोवियत संघ के सबसे बड़े रासायनिक हथियार परीक्षण ठिकाने में इसे नष्ट किया था।
कितना खतरनाक है नोविचोक जहर?
ये जहर कितना खतरनाक है, ये इससे समझा जा सकता है कि ये अमेरिकी नर्व एजेंट हथियार VX की तुलना में लोगों को मारने में 10 गुना अधिक प्रभावी है। 2017 में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सौतेले भाई को मारने में अमेरिकी नर्व एजेंट VX का ही इस्तेमाल किया गया था। नोविचोक नर्व एजेंट 1995 के जापान के टोक्यो सबवे हमले में इस्तेमाल की गई गैस सरीन से भी अधिक खतरनाक है।
कैसे काम करता है जहर?
नोविचोक जहर से इंसान के नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचता है। ये जहर इतनी तेजी से काम करता है कि इंसान की मौत जहर देने के 30 सेकेंड से 2 मिनट के भीतर हो जाती है। इस जहर को देने के बाद इंसान को मरोड़, ऐंठन या सांस लेने में काफी दिक्कतें होती हैं। मौत होने की अवधि जहर की मात्रा पर भी निर्भर करती है, लेकिन मात्रा कम होने पर मौत दर्दनाक होती है।
नोविचोक जहर का पहले कब हुआ इस्तेमाल?
सोवियत संघ में बने नोविचोक जहर के शीतयुद्ध में इस्तेमाल होने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। ये जहर 2018 में सबसे पहले चर्चा में आया। उस वक्त इंग्लैंड के सैलिसबरी शहर में स्किरपाल और उनकी बेटी को मारने के लिए इस जहर का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन वो दोनों बच गए। तब ब्रिटेन की सरकार ने रूस पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था, लेकिन रूस ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था।
पहले भी दिया गया था नवलनी को ये जहर
इससे पहले भी नवलनी को नोविचोक जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। 20 अगस्त, 2020 को साइबेरिया से मॉस्को वापस आने वाली एक फ्लाइट में नवलनी अचानक बीमार पड़ गए थे। उन्हें आपातकालीन स्थिति में साइबेरियाई शहर ओम्स्क के एक अस्पताल में ले जाया गया था। तब जर्मन सैन्य प्रयोगशाला में हुई जांच में उनके शरीर में नोविचोक जहर के सबूत मिले थे। जर्मनी की सरकार ने भी इसकी पुष्टि की थी। वहीं पर उनका इलाज हुआ था।
नवलनी की मौत का मौजूदा मामला क्या है?
दरअसल, 2021 से नवलनी रूसी जेल में बंद थे। 17 फरवरी, 2024 को उनकी मौत की सूचना तब मिली, जब उनकी मां जेल में उनसे मिलने गईं। उन्हें बताया गया कि 16 फरवरी को दोपहर 2:17 बजे नवलनी की मौत हो गई। यूक्रेन ने भी रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर नवलनी की हत्या का आरोप लगाया है। विपक्षी नेता नवलनी की मौत के बाद से रूस की जनता में आक्रोश है और यहां जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं।