
ओला इलेक्ट्रिक को सार्वजनिक करने का भाविश अग्रवाल नहीं अफसोस, जानिए ऐसा क्यों कहा
क्या है खबर?
ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक और अध्यक्ष भाविश अग्रवाल को कंपनी को सार्वजनिक करने का कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि निवेशक जांच स्थायी व्यवसायों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। EV निर्माता के प्रमुख ने इस विचार को खारिज कर दिया कि ओला इलेक्ट्रिक अधिक निजी पूंजी जुटाकर लिस्टिंग के दबाव से बच सकती थी। साथ ही बताया कि कंपनी को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने के बाद से ही पारदर्शी बाजार प्रतिक्रिया का लाभ मिला है।
बयान
सार्वजनिक करने को लेकर अग्रवाल ने क्या कहा?
अग्रवाल ने मनीकंट्रोल को दिए साक्षात्कार में कहा, "दुनिया की सर्वश्रेष्ठ कंपनियां हमेशा सार्वजनिक बाजारों में बनती हैं। अगर, आप रिलायंस, टाटा, अडाणी समूह, एयरटेल, ऐपल, गूगल और मेटा जैसी कंपनियाें को देखें तो उनमें सबसे ज्यादा कठोरता सार्वजनिक बाजार की जांच से ही आती है।" उन्होंने कहा, "हमें जो कुछ सीखने को मिला है, उससे मैं बहुत खुश हूं। मुझे बाजार से इतनी ईमानदार और स्पष्ट प्रतिक्रिया मिलने की बहुत खुशी है।"
प्रतिक्रिया
ओला को अच्छी नहीं मिली प्रतिक्रिया
सार्वजनिक निर्गम को लेकर अग्रवाल की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कई भारतीय स्टार्टअप IPO लाने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन नए युग की तकनीकी लिस्टिंग की अस्थिरता और मिश्रित प्रदर्शन को देखते हुए सतर्क बने हुए हैं। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी 9 अगस्त, 2024 को सार्वजनिक हुई और उसका शेयर 91.18 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ, जो IPO मूल्य से लगभग 20 प्रतिशत अधिक था। यह उत्साह ज्यादा समय तक नहीं रहा और शेयर में गिरावट आई थी।