रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना करने वाले पॉप स्टार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
क्या है खबर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना करने वाले 34 वर्षीय रूसी पॉप स्टार दीमा नोवा की संदिग्ध परिस्थितियों में डूबने से मौत हो गई।
नोवा ने युद्ध विरोधी प्रदर्शनों के दौरान एक गाना बनाया था, जो हर किसी की जुबान पर चढ़ गया था। उन्होंने एक पॉप ग्रुप 'क्रीम सोडा' की स्थापना भी की थी।
नोवा ने गाने में रूसी राष्ट्रपति पुतिन की कथित 13 अरब डॉलर की हवेली की भी जमकर आलोचना की थी।
रिपोर्ट
कैसे हुई पॉप स्टार नोवा की मौत?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोवा का गीत 'एक्वा डिस्को' अक्सर रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के विरोध में गाया जाता था और ये इतना लोकप्रिय हो गया था कि विरोध-प्रदर्शन को 'एक्वा डिस्को पार्टी' कहा जाता था।
पीपल टॉक के मुताबिक, रूस के यारोस्लाव क्षेत्र में वोल्गा नदी पार करते समय नोवा हादसे का शिकार हो गए। इस दुर्घटना के समय वह अपने भाई रोमा और दो दोस्तों के साथ थे।
बयान
नोवा के निधन को लेकर पॉप ग्रुप क्रीम सोड ने इंस्टाग्राम पर किया पोस्ट
पॉप ग्रुप क्रीम सोडा ने नोवा के निधन लेकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट किया है।
उन्होंने लिखा, 'बीते दिन हमारे साथ दुखद घटना हुई है। नोवा और कुछ दोस्त वोल्गा नदी में हादसे का शिकार हुए हैं। नोवा से साथ उसका भाई रोमा, दोस्त गोशा केसेलेव और एरिस्टार्चस भी थे। राहत बचाव कर्मियों को नोवा और गोशा का शव बरामद हो चुका है, जो भी हमें जानकारी मिलेगी उसे आपके साथ साझा किया जाएगा।'
रूस
पिछले दिनों रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर दागी मिसाइल
बीते गुरुवार को रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइल से हमला किया था और इस हमले में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया था, जिसके कारण कई शहर अंधेरे में डूब गए थे।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि रूसी हमलों से 10 इलाकों की रिहाइशी इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
युद्ध
दोनों देशों के बीच बीते एक साल से युद्ध जारी
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध पिछले साल 24 फरवरी से जारी है। इस दौरान वैश्विक समुदाय ने कई मौकों पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन से युद्ध को समाप्त करने की मांग की है, लेकिन यूक्रेन पर आक्रमण अभी भी जारी है।
इस युद्ध में दोनों तरफ के हजारों सैनिकों की मौत हुई है और लाखों यूक्रेनियन नागरिकों को विस्थापित होना पड़ा है।
रूस पर कई प्रतिबंध भी लग चुके हैं।