मोदी और ट्रंप की मुलाकात के अलावा G20 समिट की बड़ी बातों पर एक नजर
जापान के ओसाका शहर में G20 समिट जारी है। भारतीय प्रधानमंत्री इस समिट में भाग लेने के लिए 27 जून को जापान पहुंच गए थे। इस समिट से इतर उन्होंने दूसरे कई बड़े नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात की और BRICS नेताओं की अनौपचारिक बैठक को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की खबरें सबसे ज्यादा चर्चा में रही। आइये, इस समिट की बड़ी बातों पर एक नजर डालते हैं।
ट्रंप से मिले मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसमें दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा, ईरान और 5G कम्यूनिकेशन नेटवर्क समेत कई मुद्दों पर बात की। नरेंद्र मोदी के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी ट्रंप के साथ यह पहली मुलाकात थी। ट्रंप ने लोकसभा चुनावों में मिली जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब दोनों देश इतने करीब आए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को बताया सबसे बड़ा खतरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को BRICS देशों की अनौपचारिक बैठक में आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। आतंकवाद पर उन्होंने कहा, "आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। ये केवल मासूमों को ही नहीं मारता, बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।" बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक मंदी को दुनिया के सामने खड़ी सबसे बड़ी 3 चुनौतियां बताया।
JAI की बैठक में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने जापान-अमेरिका-भारत (JAI) त्रिपक्षीय फोरम की बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में हिंद-प्रशांत इलाके, कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चरल विकास के मुद्दों पर बातचीत हुई। बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर लिखा कि तीनों देश बेहतर भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है। ट्रंप ने मोदी और आबे को चुनाव जीतने की बधाई दी है।
ट्रंप ने कहा- पुतिन से अच्छे संबंध
G20 समिट से इतर डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक की। ट्रंप ने पुतिन के साथ 'बहुत, बहुत अच्छे रिश्तों' की बात कहते हुए कहा कि राष्ट्रपति पुतिन से मिलना सम्मान की बात है। जब उनसे कहा गया कि क्या वो अगले चुनावों में रूस को हस्तक्षेप नहीं करने के बारे में चेताएंगे तो उन्होंने पुतिन की तरफ इशारा करते हुए कहा कि प्लीज चुनावों में हस्तक्षेप मत करना।
मोदी से मुलाकात के बाद सऊदी अरब ने बढ़ाया भारत का हज कोटा
प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सऊदी अरब ने भारत का हज कोटा एक लाख 70 हजार से बढ़ाकर दो लाख करने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि अब हर साल 30,000 अधिक भारतीय धार्मिक यात्रा पर मक्का जा सकेंगे। इन नेताओं के अलावा मोदी ने जर्मनी की चांसलर और साउथ कोरिया के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की।
क्यों हुआ था G20 का गठन?
G20 का गठन 1999 में उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के साथ विचार-विमर्श और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका सबसे पहले इसके सदस्य बने। इसके सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का करीब 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार के 75 फीसदी और कुल आबादी के दो-तिहाई से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं। विश्व बैक और IMF के प्रमुख भी इस संगठन के सदस्य हैं।
ये हैं G20 के सदस्य
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका जी-20 के सदस्य हैं। कई अन्य संगठनों को भी G20 की प्रमुख बैठकों के लिए आमंत्रित किया जाता है।