दुनियाभर में छह सालों में सेल्फी के कारण मरे 259 लोग, भारत में संख्या सबसे ज़्यादा
सोशल मीडिया के ज़माने में सेल्फी का क्रेज़ युवाओं से लेकर बूढ़ों तक में देखने को मिल रहा है। कई लोग सोशल मीडिया पर लाइक्स पाने के चक्कर में ख़तरनाक स्थितियों में सेल्फी लेने से भी नहीं कतराते हैं। लोगों में सेल्फी का बढ़ता हुआ यही क्रेज़ जानलेवा साबित हो रहा है। एक अध्ययन से यह पता चला है कि दुनियाभर में सेल्फी लेते समय सबसे ज़्यादा लोगों की मौत भारत में होती है। आइए विस्तार से जानें।
भारत में हुई है 159 लोगों की मौत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस अध्ययन के अनुसार, सेल्फी लेते समय मरने वालों की संख्या में भारत के बाद रूस, अमेरिका और पाकिस्तान का नंबर आता है। जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर, 2011 से 2017 तक सेल्फी लेते समय दुनियाभर में 259 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से सबसे ज़्यादा 159 लोगों की मौत भारत में हुई है।
ऊँची इमारतों पर चढ़कर सेल्फी लेने की वजह से हुई मौतें
दूसरे स्थान पर रहे रूस में सेल्फी लेते समय केवल 16 लोगों की मौत हुई, जबकि तीसरे स्थान पर रहे अमेरिका में केवल 14 लोगों की मौत हुई। ये सभी मौतें ऊँची इमारतों पर चढ़कर सेल्फी लेने की वजह से हुईं। अगर पाकिस्तान की बात करें तो वहाँ सेल्फी लेते समय 2011 से 2017 के बीच 13 लोग अपनी जान गँवा चुके हैं। अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, मरने वालों में से 50% लोग 20 से 29 साल के बीच के थे।
भारत में ज़्यादा मौतें हुईं डूबकर
सेल्फी लेते समय भारत में सबसे ज़्यादा मौतें झील, नदी या समुद्र में डूबने की वजह से हुई। इसके अलावा कुछ लोगों ने चलती ट्रेन और हिंसक जानवरों के साथ सेल्फी लेने के चक्कर में भी अपनी जान गँवाई। भारत में सेल्फी लेते समय हादसे का शिकार होकर जान गँवाने वालों में से 72% पुरुष थे, जबकि अन्य महिलाएँ थे। वहीं, विदेशों में ऊँची इमारतों और जंगली जानवरों के साथ सेल्फी लेते समय सबसे ज़्यादा लोग मारे गए।
मौतों का आँकड़ा हो सकता है ज़्यादा
जानकारी के अनुसार, भारत में 80 करोड़ से ज़्यादा लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। सेल्फी लेते समय हुई मौतों का आँकड़ा ज़्यादा भी हो सकता है, क्योंकि दूर-दराज़ के इलाकों में होने वाली मौतों की ख़बरें सामने ही नहीं आती हैं।
सेल्फी लेते समय एक ही परिवार के तीन लोग बह गए थे
जनवरी, 2016 में मुंबई के बांद्रा इलाक़े में तीन लड़कियों की डूबकर मौत हो गई थी। इसके बाद मुंबई पुलिस ने समुद्र तटों और क़िलों के पास 16 नो-सेल्फी जोन की पहचान करके वहाँ चेतावनी वाले बोर्ड लगाए थे। साथ ही राज्य में 29 ऐसी जगहों की पहचान की गई थी, जो सेल्फी लेने के लिए ख़तरनाक हैं। पिछले साल महाराष्ट्र के बुलढाणा में सेल्फी लेते समय एक ही परिवार के तीन लोग बह गए थे।