
ऑस्ट्रेलियाः इस्लाम और सऊदी अरब छोड़कर भागी युवती के समर्थन में महिलाओं का टॉपलेस प्रदर्शन
क्या है खबर?
सिडनी में गुरुवार को कुछ महिलाओं ने सऊदी अरब की युवती रहफ मोहम्मद अल-कुनुन के समर्थन में टॉपलेस होकर प्रदर्शन किया।
केवल जींस पहने इन महिलाओं ने ऑस्ट्रेलिया स्थित सऊदी के वाणिज्य दूतावास के बाहर अपना विरोध जताया।
खुद को 'सीक्रेट सिस्टरहूड' बताते हुए इन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने ऑस्ट्रेलिया से रहफ को नागरिकता देने की मांग की।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि वह रहफ को मानवता के आधार पर वीजा दे सकता है।
मांग
क्या है इन महिलाओं की मांग?
अपनी पीठ पर 'सीक्रेट सिस्टरहूड' लिखे ये महिलाएं हाथों में 'लेट हर इन' लिखे प्लेकार्ड लेकर प्रदर्शन कर रही थी।
इस प्रदर्शन की आयोजक जैकलीन लव ने कहा कि वे रहफ को ऑस्ट्रेलिया में आने देने की मांग कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि वे रहफ को यह संदेश देना चाहती हैं कि ऑस्ट्रेलिया में महिलाएं जो चाहें वो कर सकती हैं। यहां महिलाएं सुरक्षित और आजाद हैं।
इन महिलाओं ने रहफ के लिए लगभग Rs. 2.5 लाख जुटाए हैं।
परिचय
कौन हैं रहफ?
सऊदी अरब की रहने वाली 18 वर्षीय रहफ ने संयुक्त राष्ट्र से शरण मांगी है। बतौर मीडिया रिपोर्ट्स, रहफ अपने परिवार के मानसिक और शारीरिक शोषण से तंग होकर थाईलैंड भाग आई हैं। यहां आकर उन्होंने इस्लाम त्याग दिया।
रहफ ने बताया कि एक बार बाल काटने के बाद उनके भाइयों ने उन्हें महीनों तक कमरे में बंद कर दिया था।
उन्होंने आशंका जताई कि अगर उन्हें वापस सऊदी अरब भेजा जाता है तो उनकी हत्या हो सकती है।
थाईलैंड
थाईलैंड कैसे पहुंची रहफ?
रहफ अपने परिवार के साथ कुवैत घूमने आई थी, जहां से भागकर वे थाईलैंड पहुंच गई। उनके परिवार को जब इसका पता चला तो उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी।
थाईलैंड एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनका पासपोर्ट लेकर उन्हें वापस सऊदी अरब भेजने की तैयारी शुरू कर दी।
इस दौरान उन्हें बैंकॉक के एक होटल में ठहराया गया, जहां रहफ ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। यहां से उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से शरण देने की मांग की।
मांग
रहफ ने खुद को कमरे में बंद क्यों किया?
रहफ को जब पता चला कि उन्हें यहां से वापस सऊदी अरब भेजा जा सकता है तो उन्होंने खुद को होटल के कमरे में बंद कर लिया और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी कहानी दुनिया के सामने रखी।
इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में कई मुहिम चलने लगी। फिलहाल रहफ थाईलैंड में संयुक्त राष्ट्र की शरण में हैं और ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें वीजा देने की बात कही है।