पाकिस्तान ने दी पुलवामा में संभावित हमले की खुफिया जानकारी, घाटी में अलर्ट जारी
पाकिस्तान ने भारत के साथ खुफिया जानकारी साझा कर बताया है कि पुलवामा जिले में आतंकी हमला हो सकता है। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पाकिस्तान ने इनपुट दिए हैं कि आतंकी IED लगे वाहन से पुलवामा जिले के अवंतीपुरा के पास हमला कर सकते हैं। कुछ दिन मिले इस अलर्ट के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को मुस्तैद कर दिया गया है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ भी साझा की सूचना
सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से संभावित हमले को लेकर जानकारी साझा की थी। पाकिस्तान ने इसकी सूचना अमेरिका को भी दी। अमेरिका ने भी इस बारे में भारत को सूचित किया है। उन्होंने कहा कि यह सूचना पाकिस्तान और अमेरिका दोनों तरफ से भारत तक पहुंची है। पाकिस्तान ने अपने इनपुट में कहा है कि जाकिर मूसा की मौत का बदला लेने के लिए इस हमले की साजिश रची जा रही है।
पिछले महीने मारा गया था जाकिर मूसा
खूंखार आतंकी जाकिर मूसा पहले हिज्बुल मुजाहाद्दीन का सदस्य था। मई, 2017 में उसने हिज्बुल से अलग होकर अल-कायदा से जुड़ा नया आतंकी सगंठन अंसार गजावत-अल-हिंद शुरू किया। पिछले महीने त्राल में सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया था। पुलिस के मुताबिक, एक समय उसके आतंकी संगठन में एक दर्जन से ज्यादा आतंकी थे, जिनकी संख्या अब घटकर सिर्फ दो-तीन रह गई है। आतंकी मूसा ने चंडीगढ़ से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और वह जुलाई, 2013 से गायब था।
कहीं पाकिस्तान की खुद को बचाने की कोशिश तो नहीं?
सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबल इस सूचना को दो तरीकों से देख रहे हैं। पहला यह है कि अगर कोई हमला होता है तो पाकिस्तान खुद को उसका कसूरवार ठहराने से बचना चाहता है। इसीलिए उसने अमेरिका के साथ भी यह सूचना साझा की है ताकि अगर कोई हमला हो तो उसे कसूरवार न ठहराया जाए। दूसरा यह कि पाकिस्तान सच में किसी संभावित हमले को टालना चाहता है।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
पाकिस्तान की तरफ से मिले इनपुट के बाद घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबल हमेशा अलर्ट रहते हैं, खासकर दक्षिण कश्मीर में, लेकिन इन इनपुट को गंभीरता से लिया जा रहा है।
कौन था जाकिर मूसा
जाकिर मूसा का असली नाम जाकिर राशीद भट था। पुलिस के मुताबिक, वह बुरहान वाणी ग्रुप का आखिरी आतंकी था। बुरहान को जुलाई, 2016 में ढेर किया गया था, जिसके बाद घाटी में बड़े स्तर पर हिंसा भड़की थी। 2013 में गायब होने के बाद मूसा हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया था, जिससे अलग होकर उसने 2017 में अंसार गजावत-उल-हिंद बनाया। उसी साल उसने ऑडियो जारी कर अलगाववादी नेताओं को धमकी दी थी।