पुतिन से मुलाकात के लिए निजी ट्रेन लेकर रूस पहुंचे उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग
आज गुरुवार को उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच पहली शिखर वार्ता हुई। दोनों नेताओं ने इसमें परमाणु निरस्त्रीकरण समेत विभिन्न मुद्दों पर बात की। दोनों नेताओं की इस पहली मुलाकात के अलावा किम का रूस पहुंचने का तरीका भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वह अपने देश की राजधानी प्योंगयांग से बैठक की जगह व्लादिवोस्तोक अपनी निजी ट्रेन लेकर पहुंचे।
200 लोगों के साथ रूस पहुंचे किम
किम की निजी ट्रेन बुधवार सुबह प्योंगयांग से व्लादिवोस्तोक के लिए रवाना हुई थी। पार्टी, सरकार और सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ लोगों ने उन्हें जोरदार तरीके से रवाना किया था। खबरों के अनुसार, किम लगभग 200 लोग और आपूर्ति का बहुत सारा सामान लेकर रूस रवाना हुए थे। गहरे हरे रंग और पीली पट्टियों वाली उनकी निजी ट्रेन, इतने लोगों और सामान के साथ सफर के लिए सबसे उपयुक्त थी।
पिता और दादा भी करते थे ट्रेन का इस्तेमाल
बता दें कि किम के पिता और दादा भी निजी ट्रेन 'किम एक्सप्रेस' का खूब इस्तेमाल करते थे और उत्तर कोरिया के लोग इस ट्रेन से भलीभांति परिचित हैं। यह एक टैंक की तरह बनी हुई है।
ट्रेन के बाद इंतजार कर रही थीं मर्सिडीज की गाड़ियां
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ फरवरी में हनोई में हुई वार्ता के दौरान उनसे उत्तर कोरिया को लक्जरी सामान बेचने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले किम खुद मर्सिडीज की दो लंबी गाड़ी लेकर रूस पहुंचे। इन गाड़ियों को उनसे पहले ही रूस पहुंचा दिया गया था और वह व्लादिवोस्तोक में उनके आने का इंतजार कर रही थीं। उनकी गाड़ियों की कीमत 15 लाख डॉलर बताई जा रही है।
संचार की उन्नत तकनीक से लैस हैं गाड़ियां
किम की ये दो गाड़ियां संचार के उन्नत साधनों से लैस हैं। वह इसके अंदर से ही आदेश जारी कर सकते हैं और दुनियाभर की खबरें और जानकारियां हासिल कर सकते हैं। सुरक्षा कारणों से उनके मलमूत्र और सिगरेट के टुकड़ों को भी इकट्ठा किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि ताकि वह विदेशी खुफिया एजेंसियों के हाथ न लग सके और वो किम के स्वास्थ्य के बारे में कोई जानकारी हासिल न कर पाएं।
दोनों नेताओं का संबंधों को ऊंचाई देने का वादा
शिखर वार्त की बात करें तो पुतिन और किम ने दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई देने की बात कही। दोनों नेताओं ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों और परमाणु निरस्त्रीकरण पर भी बात की। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ फरवरी में हनोई में वार्ता बेनतीजा रहने के बाद किम ने पुतिन के साथ बैठक की है। पुतिन ने उत्तर कोरियाई-अमेरिकी संबंधों को सामान्य बनाने के लिए समर्थन करने की पेशकश की है।