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यूक्रेन-रूस के बीच तैयार हुआ शांति समझौते का मसौदा, जानें इसके अहम बिंदु
यूक्रेन-रूस के बीच तैयार हुआ शांति समझौते का मसौदा

यूक्रेन-रूस के बीच तैयार हुआ शांति समझौते का मसौदा, जानें इसके अहम बिंदु

Mar 17, 2022
05:58 pm

क्या है खबर?

युद्ध खत्म करने के लिए रूस और यूक्रेन के बीच चल रही शांति वार्ता अपने निर्णायक मोड पर पहुंच गई है और दोनों देश एक समझौते पर पहुंचते हुए नजर आ रहे हैं। लंबी बातचीत के बाद दोनों देशों ने 15 बिंदु का मसौदा तैयार किया है। इसमें यूक्रेन की तटस्थता सबसे अहम है और उसे नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) से दूर रहना होगा। सोमवार को पहली बार दोनों देशों के वार्ताकारों ने इस पूरे समझौते पर बात की।

मसौदा

मसौदे में कौन से अहम बिंदु शामिल हैं?

शांति वार्ता की जानकारी रखने वाले पांच लोगों ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि शांति समझौते के मसौदे के अनुसार पश्चिमी देशों और रूस के बीच तटस्थ रहने का वादा करते हुए यूक्रेन को NATO के साथ जुड़ने के अपने इरादों को छोड़ना होगा। यूक्रेन अपनी सेना रख सकेगा, लेकिन उसे अन्य किसी देश को अपने यहां सैन्य अड़्डा नहीं बनाने देने का वादा करना होगा। यूक्रेन चाहता है कि रूस उसे सुरक्षा की कानूनी गारंटी दे।

अन्य बिंदु

अन्य किन-किन बिंदुओं पर हो रही बात?

अन्य बिंदुओं की बात करें तो यूक्रेन का कहना है कि किसी भी समझौते के लिए जरूरी है कि रूस सीजफायर घोषित करे और देश से अपनी सेनाओं को वापस बुलाए। मसौदे का एक अन्य अहम बिंदु रूसी भाषा के दर्जे को लेकर है। इसके तहत रूस को यूक्रेन में आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया जाएगा और रूसी भाषियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रावधान किए जाएंगे। बता दें कि यूक्रेन में काफी लोग रूसी बोलते हैं।

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समाधान में रोड़ा

क्रीमिया और डोनबास के दो इलाकों पर फंस सकता है पेच

रूस और यूक्रेन के इस शांति समझौते में क्रीमिया और डोनबास के दो इलाकों का दर्जा सबसे बड़ा रोड़ा बन सकता है। रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था, वहीं मौजूदा युद्ध शुरू होने से महज दो दिन पहले डोनबास के लुहांस्क और दोनेत्स्क को अलग स्वतंत्र देशों का दर्जा दे दिया था। रूस चाहता है कि यूक्रेन इन दोनों चीजों को मान्यता दे, हालांकि यूक्रेन इस पर राजी होगा, इस पर संशय है।

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आशंका

रूस के मंसूबों को लेकर सशंकित है यूक्रेन

दोनों देशों की शांति वार्ता ने भले ही तरक्की की हो, लेकिन यूक्रेन के अधिकारी रूस के मंसूबों को लेकर सशंकित हैं। उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की शांति के प्रति प्रतिबद्धता पर संदेह है। उन्हें आशंका है कि रूस ऐसा करके समय निकाल रहा है ताकि वो अपनी सेनाओं को संगठित करके एक बार फिर से तेज हमला कर सके। उनका कहना है कि रूस ने क्रीमिया से लेकर युद्ध तक, हर चीज पर झूठ बोला है।

युद्ध

यूक्रेन-रूस युद्ध में क्या हो रहा है?

आज यूक्रेन-रूस युद्ध का 22वां दिन है और कई यूक्रेनी शहरों पर अभी भी रूस के हमले जारी हैं। अभी तक रूस को कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है, लेकिन यूक्रेन को जरूर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में बड़ी जीत मिली है और ICJ ने रूस को तुरंत हमले रोकने को कहा है। रूस ने मेलिटोपोल के मेयर इवान फेडोरोव को वापस यूक्रेन को सौंप दिया है। इसके बदले यूक्रेन ने नौ रूसी सैनिकों को रिहा किया है।

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