NATO की रूसी सेना से भिड़ंत बनेगी 'वैश्विक तबाही' का कारण- पुतिन
क्या है खबर?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने धमकी दी है कि अगर NATO (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) सेनाएं किसी भी तरह से रूस की सेना से भिड़ती हैं तो यह 'वैश्विक तबाही' का कारण बनेगा।
कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा, "किसी भी सूरत में NATO सेना की रूस की सेना से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भिड़ंत बहुत खतरनाक होगी और यह वैश्विक तबाही का कारण बन सकती है।"
चेतावनी
तीसरे विश्व युद्ध की धमकी भी दे चुका है रूस
इससे पहले रूस ने कहा था कि यदि यूक्रेन को NATO में शामिल किया जाता है तो तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो सकता है।
दरअसल, पिछले महीने यूक्रेन ने NATO की सदस्यता के लिए आवेदन किया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रूस की सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव ने कहा, "यूक्रेन अच्छी तरह जानता है कि इस तरह का कदम से इस बात की गारंटी है कि तीसरा विश्वयुद्ध भड़क सकता है।"
चेतावनी
परमाणु हमले का संकेत दे चुके हैं पुतिन
रूसी राष्ट्रपति इससे पहले परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की भी चेतावनी दे चुके हैं। पिछले महीने यूक्रेन के चार इलाकों पर कब्जा करने के बाद पुतिन ने कहा था कि वो रूसी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य कई मंचों ने इस ऐलान की निंदा की है। G7 देशों ने भी कहा है कि अगर यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाता है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
बयान
G7 देशों ने अपने बयान में क्या कहा?
G7 देशों (यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, इटली, कनाडा, अमेरिका, फ्रांस और जापान) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वे जानबूझकर रूस की तरफ से उठाए जा रहे भड़काऊ कदमों की निंदा करते हैं। इसमें रिजर्व बलों की लामबंदी और गैर-जिम्मेदाराना परमाणु बयानबाजी शामिल है, जो वैश्विक शांति और सुरक्षा को खतरे में डाल रही है।
G7 देशों ने कहा कि रूस की तरफ से परमाणु, जैविक या रासायनिक हथियारों के उपयोग के गंभीर परिणाम होंगे।
रिपोर्ट
'यूक्रेन में रेप और यौन हिंसा है रूसी सेना की रणनीति का हिस्सा'
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में रूसी सेना द्वारा महिलाओं का रेप करने सहित यौन हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस संबंध में शिकायतें मिलने पर चिंता जताई थी।
इस बीच अब संघर्ष के दौरान यौन हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत प्रमिला पैटन का दावा है कि यूक्रेन में महिलाओं का रेप करना और यौन हिंसा के साथ लोगों से अमानवीय व्यवहार रूसी सेना की रणनीति का हिस्सा है।
यूक्रेन युद्ध
यूक्रेन में सामने आ चुके हैं 100 से अधिक यौन हिंसा के मामले
सितंबर के अंत में जारी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पैटन ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में फरवरी में रूस के हमले के बाद से अब तक रेप और यौन हमलों के 100 से अधिक मामलों को सत्यापित किया है।"
उन्होंने कहा, "रिपोर्ट में रूसी सेना द्वारा किए मानवता के खिलाफ अपराधों की पुष्टि की गई है और एकत्रित साक्ष्यों के अनुसार, यौन हिंसा के शिकार लोगों की आयु चार से 82 वर्ष के बीच है।"
रूस-यूक्रेन युद्ध
फरवरी से जारी है युद्ध
24 फरवरी से शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। पिछले दिनों रूस ने राजधानी कीव सहित कई शहरों पर मिसाइलों से हमले किए थे। इनमें 10 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हुए थे।
वैश्विक नेताओं की तरफ से युद्ध रोकने की अपील के बावजूद रूस ज्यादा आक्रामक नजर आ रहा है।
वहीं यूक्रेन को युद्ध के लिए अमेरिका समेत पश्चिमी देशों से मदद मिलना जारी है।