यूक्रेन ने रूस पर लगाया मारियुपोल में 3 लाख नागरिकों को बंधक बनाने का आरोप
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध मंगलवार को 13वें दिन में पहुंच गया है। इसके बाद भी न तो रूसी सेना पीछे हटने को तैयार है और न ही यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की हार मानने को तैयार हैं।
ऐसे में वहां के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और रूसी सेना लगातार राजधानी कीव की ओर बढ़ रही है।
इस बीच यूक्रेन ने रूस पर मारियुपोल में तीन लाख लोगों को बंधक बनाने का गंभरी आरोप लगाया है।
दावा
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने लगाया रूस पर आरोप
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्वीट करते हुए रूस पर लोगों को बंधक बनाने का बड़ा आरोप लगाया है।
कुलेबा ने ट्वीट में लिखा, 'रूस ने मारियुपोल में तीन लाख नागरिकों को बंधक बनाया है। रूस ICRC मध्यस्थता के साथ समझौतों के बावजूद भी मानवीय निकासी को रोक रहा है। उसकी करतूत की वजह से सोमवार एक बच्चे की मौत हो गई।' इसी तरह यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने रूस पर कॉरिडोर के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
दोष
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों को ठहराया दोषी
इधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भावुक संदेश देते हुए कहा, "अगर दुनिया ऐसे ही दूर खड़ी रही तो हम हार जाएंगे। हम अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं।"
उन्होंने यूक्रेन और लोगों को रूसी बमबारी से नहीं बचाने के लिए पश्चिमी देशों को दोषी ठहराते हुए कहा, "पश्चिमी देश पिछले 13 दिनों में स्पष्ट रूप से जरूरी फैसले लेने में विफल रहे हैं। ये मुल्क यूक्रेन को दुश्मन के घातक बमों से बचाने में भी विफल रहे हैं।"
जानकारी
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने की मानवीय कॉरिडोर के विस्तार की मांग
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने युद्ध के दौरान सुरक्षित निकासी की कोशिश कर रहे रेड क्रॉस से यूक्रेनी नागरिकों के लिए मानवीय कॉरिडोर का और अधिक विस्तार करने की मांग की है। उन्होंने लोगों की निकासी के पश्चिमी देशों से हवाई मदद भी मांगी है।
हमला
रूस ने यूक्रेन के चेर्निहीव में ऑयल डिपो उड़ाया
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रूस की सेना ने चेर्निहीव में ऑयल डिपो को मिसाइल से उड़ा दिया है। इसके बाद वहां के लोगों ने घर छोड़कर भागना शुरू कर दिया है।
उधर, कीव में एक तरफ से रास्ता अभी भी खुला हुआ है। रूस अभी भी यहां से कुछ किलोमीटर दूर है। रूसी सेना धीरे-धीरे राजधानी की ओर बढ़ रही है और सिलसिलेवार हमले कर रही है। हालांकि, कीव में यूक्रेन ने भी किलेबंदी कर दी है।
पलायन
20 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ा
यूक्रेन के गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि रूस के हमलों के बाद यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 20 लाख पहुंच गई है। सबसे अधिक 10 लाख लोगों ने पोलैंड में शरण ली है। इसके अलावा अन्य हंगरी, स्लोवाकिया और रोमानियां पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा रूस के हमलों के बाद यूक्रेन के कुछ इलाकों में लोग फंसे हुए हैं। उनके पास खाना, पानी और दवाओं की कमी हो रही है और हालात बेहद खराब हैं।
जानकारी
यूक्रेन ने रूस पर लगाया कॉरिडोर से निकली बस पर हमले का आरोप
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि आपसी सहमति के बाद मानवीय कॉरिडोर से निकाले गए लोगों की एक बस पर राजधानी कीव के पास रूसी सेना ने हमला किया है। इस हमले में तीन लोग घायल हुए हैं।
प्रतिबंध
जापान ने रूस और बेलारूस पर लगाए कड़े प्रतिबंध
जापान ने रूस और बेलारूस के 32 और प्रमुख लोगों की संपत्ति फ्रीज कर दी है। इनमें रूस के 20 और बेलारूस के 12 प्रमुख लोग शामिल हैं।
रूस के प्रमुख लोगों में चेचेन रिपब्लिक के प्रमुख रमजान कादिरोव, उप सेना प्रमुख, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सरकार के प्रेस सचिव और स्टेट पार्लियामेंट के उपाध्यक्ष शामिल हैं।
इसी तरह बेलारूस के 12 अधिकारियों और व्यापार कार्यकारियों में राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष विक्टर लुकाशेंको भी शामिल हैं।
सख्ती
अमेरिका ने किया रूस से तेल आयात पर रोक लगाने का निर्णय
इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस से तेल आयात करने पर भी रोक लगाने का निर्णय किया है। यह रूस के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
इसी तरह ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी SAIL ने भी रूसी से तेल, प्राकृतिक गैस खरीदने पर रोक लगाने के साथ रूस में सर्विस स्टेशन बंद करने का निर्णय किया है।
इधर, ऐपल ने भी अपनी आधिकारिक वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर रूस से संबंधित वीडियो पर रोक लगा दी।
अन्य
जापानी भुगतान प्रणाली JCB ने रूस में बंद किया संचालन
मास्टर कार्ड और वीजा के बाद अब जापानी भुगतान प्रणाली JCB ने भी रूस में अपना संचालन बंद करने का ऐलान किया है।
इससे अब रूस में आम लोगों के सामने बैंकों से नकदी निकासी सहित आर्थिक समस्या खड़ी होने का खतरा बढ़ गया है।
इसके अलावा गारमेंट कंपनी लेवी स्ट्रॉस एंड कंपनी, इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग, उपभोक्ता सामान कंपनी नाइक इंक, स्पैनिश फैशन रिटेलर इंडिटैक्स SA और नेटफ्लिक्स इंक ने भी रूस में अपनी सेवाओं को बंद कर दिया है।