रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दावा- यूक्रेन ने किया था शांति समझौता, बाद में मुकर गया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने रूस से युद्ध खत्म करने के लिए शांति समझौता किया था, लेकिन बाद में इसे 'इतिहास की कचरापेटी' में फेंक दिया। सेंट पीटर्सबर्ग के कॉन्स्टेंटिनोवस्की पैलेस में अफ्रीकी संघ के नेताओं के साथ बैठक के दौरान पुतिन ने ये बात कही। पुतिन ने कहा कि तुर्की की मध्यस्थता में इस्तांबुल में ये समझौता किया गया था।
पुतिन ने दिखाया समझौते का मसौदा
पुतिन ने अफ्रीकी नेताओं को रूस और यूक्रेन के बीच हुए कथित समझौते का मसौदा भी दिखाया। उन्होंने कहा, "हम यूक्रेनी सरकार के साथ इस बात पर कभी सहमत नहीं हुए थे कि इस समझौते को गुप्त रखा जाएगा, लेकिन अभी तक हमने इसे किसी को दिखाया नहीं, न ही इस पर कोई टिप्पणी की। समझौते के इस मसौदे पर यूक्रेन के वार्ता समूह के नेता ने हस्ताक्षर किए थे।" पुतिन ने समझौते के कागज उठाकर हस्ताक्षर भी दिखाए।
समझौते में क्या था?
समझौते के मुताबिक, अगर रूसी सेना कीव से पीछे हट जाती है तो यूक्रेन अपनी सैन्य क्षमता को सीमित रखेगा और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) का सदस्य बनने की कोशिश नहीं करेगा। रूस को कीव, सूमी और चर्निहीव से अपने सेना हटानी थी, जिसके बदले में यूक्रेन को अपनी सेना 50 प्रतिशत कम करनी थी। समझौते में ये भी कहा गया था कि यूक्रेन को रूस और यूरोपीय देशों के साथ समान और बेहतर संबंध रखने होंगे।
इस्तांबुल में हुआ था समझौता
पुतिन के मुताबिक, तुर्की ने मध्यस्थता करते हुए दोनों देशों के बीच शांति और विश्वास पैदा करने के लिए इस वार्ता को आयोजित किया था और कई दौर की वार्ता हुई थी। पुतिन के दावे के अनुसार, युद्ध शुरू होने के कुछ ही महीनों बाद तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में ये समझौता किया गया था। इस समझौते को 'यूक्रेन की स्थायी तटस्थता और सुरक्षा गारंटी संधि' कहा गया था।
रूस और यूक्रेन के दौरे पर अफ्रीकी देशों का प्रतिनिधिमंडल
यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की अपील के लिए 7 अफ्रीकी देशों का एक प्रतिनिधिमंडल दोनों देशों के दौरे पर है। इन देशों में दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, कोमोरोस, सेनेगल, जाम्बिया, यूगांडा और रिपब्लिक ऑफ कांगो के नेता शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल ने पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। पुतिन से मुलाकात के बाद दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि यूक्रेन में कैसे भी करके ये जंग रुकनी चाहिए।