
शेयर बाजार: सेंसेक्स में सुबह-सुबह 1,000 अंकों की उछाल, क्या है तेजी की वजह?
क्या है खबर?
भारतीय शेयर बाजार में आज (18 अगस्त) हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बड़ी बढ़त देखने को मिल रही है। बाजार खुलने के कुछ ही देर बाद सेंसेक्स 1,000 अंकों से ज्यादा चढ़ गया और 81,619 के स्तर तक पहुंच गया। निफ्टी 50 भी मजबूती दिखाते हुए 24,957 के उच्च स्तर तक पहुंच गया। सुबह 09:30 बजे सेंसेक्स 1,084 अंक यानी 1.34 प्रतिशत ऊपर था, जबकि निफ्टी 351 अंक यानी 1.43 प्रतिशत की बढ़त दर्ज कर रहा था।
लाभ
निवेशकों की संपत्ति में बढ़ोतरी
शेयर बाजार की इस तेजी से निवेशकों की संपत्ति में बड़ा इजाफा हुआ। BSE में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण पिछले कारोबारी सत्र के लगभग 445 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 450 लाख करोड़ रुपये से ऊपर चला गया। कारोबार के शुरुआती 5 मिनटों में ही निवेशकों की संपत्ति में करीब 5 लाख करोड़ रुपये जुड़ गए। इसके साथ ही मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी 1 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
वजह
क्या हैं बाजार में तेजी की बड़ी वजहें?
शेयर बाजार में आज बड़ी बढ़त के पीछे कई वजह शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अगली पीढ़ी के GST सुधारों की घोषणा की, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना। इसके साथ ही रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं और वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक दबाव कम होने की संभावना दिखाई दे रही है। इन सब कारकों ने मिलकर निवेशकों के उत्साह को बढ़ाया और शुरुआती कारोबार में बाजार मजबूती से चढ़ा।
रेटिंग
S&P रेटिंग अपग्रेड से निवेशकों का भरोसा
बाजार की तेजी को बल देने वाला एक और बड़ा कारण है S&P ग्लोबल का भारत की रेटिंग में सुधार। एजेंसी ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को BBB कर दिया है, जो 2007 के बाद पहला सुधार है। इससे भारत के लिए वैश्विक फंडिंग के नए रास्ते खुलने की उम्मीद है और उधारी की लागत घट सकती है। ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि यह कदम विदेशी निवेश आकर्षित करेगा और भारतीय कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता को और मज़बूत बनाएगा।
अन्य
व्यापार वार्ता और आय सुधार से उम्मीदें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि भारत और चीन पर लगाए गए द्वितीयक शुल्कों पर वह अगले कुछ हफ्तों में पुनर्विचार कर सकते हैं। इससे निवेशकों को राहत की उम्मीद है, लेकिन भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता फिलहाल टल सकती है। दूसरी ओर, बाजार को चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कंपनियों की आय में सुधार की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन सकारात्मक संकेतों से बाजार को नई ऊंचाइयां छूने का मौका मिल सकता है।