रूस: अधिकारियों के ऐपल आईफोन के इस्तेमाल करने पर लगाई गई रोक
क्या है खबर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यालय ने अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों में जुटे अधिकारियों से आईफोन का इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा है।
बतौर रिपोर्ट्स, यह चिंता जताई गई है कि यह फोन असुरक्षित हैं और इनके इस्तेमाल से पश्चिमी खुफिया एजेंसियों तक जानकारी पहुंच सकती है।
गौरतलब है कि सभी अधिकारियों को अगले महीने से पहले अपने फोन बदलने के निर्देश दिए गए हैं।
मामला
अधिकारियों को 1 अप्रैल तक फोन बदलने के लिए कहा गया- रिपोर्ट
एक रूसी अखबार के मुताबिक, राष्ट्रपति कार्यालय के प्रशासन विभाग के पहले उपप्रमुख सर्गेई किरियेंको ने क्रेमलिन में आयोजित एक सेमीनार में घरेलू राजनीतिक गतिविधियों में शामिल सभी अधिकारियों को 1 अप्रैल तक अपने फोन बदलने के लिए कहा है।
मीटिंग में शामिल एक अधिकारी ने बताया, "आईफोन के लिए सब खत्म हो गया है। हमें या तो इसे फेंकना होगा या बच्चों को देना होगा। सभी लोगों को मार्च में ऐसा करना होगा।"
बयान
रूसी अधिकारी ने रिपोर्ट को लेकर क्या कहा?
राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने रिपोर्ट की पुष्टि करने से मना कर दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि आधिकारिक कार्यों के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के पास भी स्मार्टफोन नहीं है, लेकिन यूक्रेन युद्ध के बाद से वह समय-समय पर इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पेस्कोव ने कहा कि फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड या iOS होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
मामला
अधिकारियों को दिए जाएंगे नए फोन
बतौर रिपोर्ट्स, आईफोन के स्थान पर अधिकारियों को अलग ऑपरेटिंग सिस्टम वाले फोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। रूसी अखबार के मुताबिक, इसके अलावा उपप्रमुख सर्गेई किरियेंको को 1 अप्रैल तक चुनाव की तैयारियों में जुटे सभी अधिकारियों के आईफोन जब्त करने के लिए भी कहा गया है।
वहीं ऐपल ने आईफोन के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने के मामले में अब तक कोई भी आधिकारिक टिप्पणी या बयान जारी नहीं किया है।
चुनाव
न्यूज़बाइट्स प्लस
रूस में अगले साल मार्च के महीने में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव आयोजित किए जा सकते हैं।
बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन ने 2020 में देश के संविधान में संशोधन किया था, जिसके कारण वह दोबारा चुनाव लड़ने के लिए योग्य हैं।
पुतिन ने अब तक चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंदी और आलोचक एलेक्सी नवलनी के आपराधिक मामले में दोषी पाए जाने के कारण चुनाव पर रोक लगा दी गई है।