न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न का इस्तीफे का ऐलान, कहा- अब ऊर्जा नहीं बची
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने गुरुवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह अगले महीने अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। अपनी लेबर पार्टी की बैठक में यह घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि छह साल तक प्रधानमंत्री का चुनौतीपूर्ण पद संभालने के बाद अब उनमें चार साल और अपनी सेवाएं देने लायक ऊर्जा नहीं बची है। अर्डर्न का इस्तीफा 7 फरवरी को प्रभाव में आएगा और इससे पहले 22 जनवरी को उनका उत्तराधिकारी चुना जाएगा।
प्रधानमंत्री पद पर बने रहने लायक ऊर्जा नहीं बची- जेसिंडा
एक महीने पहले संसद की छुट्टियां शुरू होने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखीं जेसिंडा ने बैठक में कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि छुट्टियों के दौरान वह प्रधानमंत्री पद पर बने रहने लायक ऊर्जा ढूढ़ लेंगी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाईं। उन्होंने कहा, "मैं इस्तीफा इसलिए नहीं दे रही क्योंकि मुझे लगता है कि हम अगला आम चुनाव नहीं जीतेंगे, बल्कि इसलिए दे रही हूं क्योंकि मुझे आशा है कि हम जीत सकते हैं और जीतेंगे।"
प्रधानमंत्री के तौर पर साढ़े पांच साल कठिन रहे- जेसिंडा
अपने संबोधन के दौरान भावुक हुईं जेसिंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर पिछले साढ़े पांच साल कठिन रहे हैं। अपने इस्तीफे के पीछे अन्य कोई कारण न होने की बात कहते हुए उन्होंने कहा, "राजनेता भी इंसान होते हैं। हम जितना दे सकते हैं और जितने समय तक दे सकते हैं, उतने समय तक देते हैं और फिर सब खत्म हो जाता है। मेरा भी समय आ गया है।"
जेसिंडा के इस्तीफे से कई नेता और विशेषज्ञ हुए हैरान
जेसिंडा के इस्तीफे से कई राजनेता और विशेषज्ञ हैरान रह गए हैं, खासकर यह देखते हुए कि उनकी पार्टी की रेटिंग गिरने के बावजूद जेसिंडा प्रधानमंत्री के तौर पर देश की पहली पसंद बनी हुई थीं। अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका फैसला रविवार को होने वाली लेबर पार्टी की बैठक में होगा। उपप्रधानमंत्री ग्रांट रोबर्टसन ने खुद को रेस से अलग कर लिया है, ऐसे में जेसिंडा के उत्तराधिकारी के तौर पर कोई स्पष्ट विकल्प नहीं है।
न्यूजीलैंड में 14 अक्टूबर को होंगे आम चुनाव
बता दें कि न्यूजीलैंड में इसी साल 14 अक्टूबर को आम चुनाव होने हैं। अपने इस्तीफे के साथ जेसिंडा ने आम चुनाव की तारीख का भी ऐलान किया। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला जेसिंडा की लेबर पार्टी और नेशनल पार्टी के बीच है।
जेसिंडा ने 2020 में अपनी पार्टी को दिलाई थी ऐतिहासिक जीत
जेसिंडा अर्डर्न पहली बार 2017 में मात्र 37 साल की उम्र में देश की प्रधानमंत्री बनी थीं। तब देश में गठबंधन की सरकार थी। इसके बाद 2020 में हुए आम चुनाव में जेसिंडा ने अपनी लेबर पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाई और पार्टी ने अकेले दम पर सरकार बनाई। 1996 में लागू हुई नई संसदीय प्रणाली के बाद देश में पहली बार किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला था। न्यूजीलैंड में हर तीन साल पर चुनाव होते हैं।
कुछ ऐसा रहा जेसिंडा का कार्यकाल
जेसिंडा को एक करिश्माई नेता माना जाता था। उन्होंने मार्च, 2019 में क्राइस्टचर्च में हुए आंतकी हमले और दिसंबर में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद पैदा हुई स्थितियों में शानदार नेतृत्व किया था। इसके बाद कोरोना वायरस महामारी शुरू होने पर भी उन्होंने देश का शानदार नेतृत्व किया और उनके काम की दुनियाभर में प्रशंसा हुई। 42 वर्षीय जेसिंडा वॉग और टाइम जैसी मशहूर पत्रिकाओं के कवर पर भी नजर आ चुकी हैं।