यूक्रेन ने किया रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारी सहित 9,000 सैनिकों को मार गिराने का दावा
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के आठवें दिन गुरुवार को रूसी सेना ने हमलों की रफ्तार को बढ़ा दिया है। रूसी सेना ने सुबह राजधानी कीव और खारकीव पर मिसाइल, रॉकेट और लड़ाकू विमानों से घातक हमले किए, लेकिन यूक्रेनी सैनिकों के प्रतिरोध के कारण दोनों शहरों पर कब्जा नहीं कर पाई। इधर, यूक्रेन ने दावा किया है कि उसके सेना ने पिछले आठ दिनों में रूस के एक सैन्य अधिकारी सहित 9,000 सैनिकों को मार गिराया है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने किया है रूसी सैनिकों की मौत का दावा
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनकी सेना ने पिछले आठ दिनों में रूस के 9,000 सैनिकों को मारा जा चुका है। इनमें शीर्ष मेजर जनरल ऑद्रे भी शामिल है। इसके अलावा रूस के 30 लड़ाकू विमान, 31 हेलिकॉप्टर, 217 टैंक, 900 बख्तरबंद वाहन, 90 मिसाइल, 42 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर, 374 वाहन, 60 सैन्य ट्रकों, तीन ड्रोन, एक एंट्री एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम, दो युद्धपोत को भी तबाह किया है।
रूस ने स्वीकार की है 498 सैनिकों की मौत
यूक्रेन भले ही रूस के 9,000 सैनिकों को मारने का दावा कर रहा है, लेकिन रूस के रक्षा मंत्रालय ने इसे स्वीकार नहीं किया है। रूस के अनुसार, युद्ध में अब तक उसे 498 सैनिकों की मौत हुई है और 1,597 सैनिक घायल हुए हैं।
यूक्रेन ने पाई डरपोक रूस के घमंड को तोड़ने में सफलता- जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने टेलीग्राम मैसेजिंग सेवा पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में देश को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन ने डरपोक रूस के घमंड को तोड़ने में सफलता पाई है। इससे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कई सालों की योजनाओं एक सप्ताह में ही टूट गई। उन्होंने कहा कि सभी हमलावरों को पता होना चाहिए कि यूक्रेन से भयंकर विद्रोह मिलेगा और वहां के लोग कभी भी हार नहीं मानेंगे।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने की पुतिन से बात
यूक्रेन में हमले को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति पुतिन से करीब 90 मिनट बात की। इसमें पुतिन ने कहा है की वह यूक्रेन के साथ समझौता नहीं करेंगे और यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में रूस के अभियान का लक्ष्य वहां का विसैन्यीकरण और तटस्थ स्थिति कायम करना है। कीव द्वारा वार्ता में देरी के किसी भी प्रयास के परिणामस्वरूप रूस अपनी मांगों की सूची को और लंबा कर देगा।
भारत में बोले फ्रांस के राजदूत- हम यूक्रेन की कर रहे हैं मदद
भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने ट्वीट किया, 'हम यूक्रेन की मदद कर रहे हैं। यूरोप के सभी देशों ने यूक्रेन को मानवीय सहायता के अलावा उपकरण, हथियार भेजने का फैसला किया है। हमने रिकॉर्ड समय में रूस, उसके बैंकिंग संस्थानों के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।' उन्होंने कहा, 'भारत की आवाज महत्वपूर्ण है और उसे दुनिया में सुना जाता है। हमारा देश भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सीट मिलने का प्रबल समर्थक है।'
रूस के नागरिकों के स्वामित्व वाली संपत्ति को जब्त करेगा यूक्रेन
रूस के साथ आठ दिनों से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन की संसद ने बड़ा फैसला किया है। यहां की संसद ने उनके यहां मौजूद रूस सरकार या रूसी नागरिक के स्वामित्व वाली सभी संपत्तियों को जब्त करने संबंधी कानून को मंजूरी दे दी है।
रूस ने अपने अंतरक्षि रॉकेट से हटाए अमेरिका, ब्रिटेन और जापान के झंडे
पश्चिमी और यूरोपीय देशों के प्रतिबंधों की घोषणा करने के बाद रूस सरकार की अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पेसपार्ट बैकोनुर में बड़े रॉकेट पर लगाए गए अमेरिका, ब्रिटेन और जापान सहित कई देशों के झंडों को हटा दिया है, जबकि भारत के झंडे को बरकरार रखा है। बता दें कि अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमॉस का यह प्रतीकात्मक कदम इन देशों के साथ संबंधों को दर्शाता है, लेकिन रूस के हमला करने के बाद बिगड़ते रिश्तों के चलते यह कदम उठाया गया है।
यहां देखें झंडे हटाए जाने का वीडियो
पश्चिमी राजनेताओं के दिमाग में घूम रहा परमाणु युद्ध का विचार- लावरोव
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने रूसी और विदेशी मीडिया से कहा, "मैं यह बताना चाहूंगा कि परमाणु युद्ध का विचार पश्चिमी राजनेताओं के दिमाग में लगातार घूम रहा है, न कि रूसियों के। विदेशी नेता रूस के खिलाफ जंग की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन रूस अंत तक यूक्रेन में अपने सैन्य अभियान को जारी रखेगा।" उन्होंने आरोप लगाया, "राष्ट्रपति जेलेंस्की ऐसे समाज का नेतृत्व कर रहे हैं जहां नाजीवाद फल फूल रहा है।"
IAEA ने रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया
राष्ट्रपति पुतिन के अपने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रहने के दिए गए निर्देश को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने रूस से यूक्रेन के परमाणु स्थलों पर तुरंत कार्रवाई बंद करने की अपील की है। इसके अलावा रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी परित किया है। इसमें 26 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और दो ने विरोध में मतदान किया। इसके अलावा भारत ने यहां भी खुद को मतदान से दूर रखा है।
रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच शुरू हुई शांति वार्ता
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बेलारूसी क्षेत्र पर रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच शांति के लिए सीधी बातचीत चल रही है। इसमें मामले का बातचीत से समाधान निकाले जाने की उम्मीद जताई जा रही है। रूस डोनबास में शांति बहाल करने और यूक्रेन में सभी लोगों को शांतिपूर्ण जीवन में लौटाने के पक्ष में हैं। इससे पहले दिन में रूसी सेना के हमलों को देखते हुए यूक्रेन ने बातचीत करने से इनकार कर दिया था।