फ्रांस पहुंचा कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन, लंदन से लौटे शख्स को पाया गया संक्रमित
यूनाइटेड किंगडम (UK) में पाया गया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन फ्रांस पहुंच गया है और हाल ही में लंदन से वापस लौटे शख्स को इस नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, मरीज में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है और वह केंद्रीय फ्रांस के टूर्स स्थित अपने घर पर सेल्फ-आइसोलेशन में है। मरीज की देखभाल करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की ट्रेसिंग की जा रही है।
19 दिसंबर को लंदन से वापस लौटा था शख्स
स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति फ्रांस का ही नागरिक है और पिछले कुछ समय से ब्रिटेन में रह रहा था। वह 19 दिसंबर को लंदन से फ्रांस पहुंचा था और 21 दिसंबर को एक अस्पताल में उसका कोरोना वायरस टेस्ट किया गया था। बाद में उसे नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया। मंत्रालय के अनुसार, मरीज के संपर्क में आने वाले जिस भी व्यक्ति के संक्रमित होने का अधिक खतरा होगा, उसे भी आइसोलेट किया जाएगा।
अन्य संक्रमितों के सैंपल्स की भी हो रही जांच
मंत्रालय के अनुसार, इस पुष्ट मामले के अलावा अन्य कई संक्रमितों के सैंपलों की भी नए स्ट्रेन की मौजूदगी के लिए जांच हो रही है और राष्ट्रीय पाश्टर संस्थान की विशेष लैबोरेटरीज इन सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कर रही हैं।
फ्रांस ने आंशिक तौर पर बंद कर रखी है UK से आवाजाही
नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद अन्य कई देशों की तरह फ्रांस ने भी UK से अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था। हालांकि 48 घंटे बाद ही फ्रांस ने अपने नागरिकों के वापस लौटने और मालगाड़ियों की आवाजाही के लिए बॉर्डर को आंशिक तौर पर खोल दिया। फ्रांस ने वापस लौट रहे अपने नागरिकों पर कुछ शर्तें भी लगाई हैं और देश में दाखिल होने के लिए अधिकतम तीन दिन पुरानी कोविड नेगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी है।
70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है नया स्ट्रेन
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में पाया गया था और ये अन्य स्ट्रेनों के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है। अभी ये लंदन और UK के अन्य हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है और कुछ ही समय में यहां कोरोना वायरस का प्रमुख वेरिएंट बन गया है। इंग्लैंड और फ्रांस के अलावा ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड और इटली में भी नए स्ट्रेन से संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
नए स्ट्रेन के अधिक घातक होने के कोई सबूत नहीं
अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे साबित हो कि नया स्ट्रेन अधिक घातक है या इस पर वैक्सीन का कोई असर नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि अभी किसी नतीजे पर पहुंचाना जल्दबाजी होगी। फिर भी संक्रमण की तेज रफ्तार के कारण चिंताएं बढ़ने लगी है। अधिक लोगों के संक्रमित होने का मतलब यह है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ेगा, जो कई चुनौतियां का कारण बन सकता है।
50 से अधिक देशों ने लगा रखी है UK से आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक
नए स्ट्रेन को अपने यहां फैलने से रोकने के लिए 50 से अधिक देशों ने UK से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, इटली, आयरलैंड, जर्मनी और नीदरलैंड समेत तमाम यूरोपीय देशों ने सबसे पहले उड़ानों पर रोक लगाई थी, इसके बाद इजरायल, तुर्की और सऊदी अरब ने भी उड़ानों पर रोक लगा दी। भारत ने भी UK से आने-जाने वाली उड़ानों पर 31 दिसंबर तक रोक लगा रखी है।