क्या ईरान ने गलती से दाग दी थी यात्री विमान पर मिसाइल? सामने आया वीडियो
ईरान की राजधानी तेहरान के पास क्रैश हुए यूक्रेनियन एयरलाइंस के विमान को लेकर नई जानकारी सामने आई है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक वीडियो की पुष्टि करते हुए बताया है ईरान ने इस विमान पर मिसाइल से निशाना साधा था। इस हादसे में कुल 176 लोगों की मौत हुई थी और यह हालिया वर्षों के सबसे बड़े विमान हादसों में से एक था। इससे पहले अमेरिका और कनाडा आदि ने आरोप लगाया था कि विमान पर हमला किया गया था।
कब हुआ था विमान हादसा?
बुधवार सुबह यूक्रेनियन एयरलाइंस के एक विमान ने 176 यात्रियों को लेकर तेहरान के इमाम खामेनेई एयरपोर्ट से यूक्रेन की राजधानी कीएफ के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही जब विमान का संपर्क कंट्रोल रूम से टूट गया और इसने डाटा भेजना बंद कर दिया। थोड़ी देर बाद 176 यात्रियों वाला यह विमान क्रैश हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी यात्रियों की मौत हो गई थी।
तकनीकी खामी वाला बयान लिया गया वापस
शुरुआत में ईरान की तरफ से बताया गया कि विमान के इंजन में तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ है, लेकिन बाद में यह बयान वापस ले लिया गया। फिलहाल ईरान इस हादसे की जांच कर रहा है।
अमेरिकी अड्डों पर हमले के कुछ देर बाद हुआ था विमान क्रैश
न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि हादसे की असल वजह जानने के लिए जांच जारी है, लेकिन यह वीडियो क्रैश के बारे में अहम सबूत देता है। यह हादसा ऐसे मौके पर हुआ, जब ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अपने चरम पर था और कुछ घंटों पहले ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइल दागी थी। अमेरिका और कनाडा ने कहा है हो सकता है कि ईरान ने गलती से इस विमान को निशाना बना लिया हो।
एयरपोर्ट लौटने से पहले विमान में लगी आग
न्यूयॉर्क टाइम्स ने वीडियो के बारे में लिखा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि परांद शहर के ऊपर इस विमान पर मिसाइल से हमला हुआ। हमले के तुरंत बाद विमान में विस्फोट नहीं हुआ और यह कुछ समय तक उड़ता रहा। विमान वापस एयरपोर्ट की तरफ मुड़ा था और उसके बाद उसने सिग्नल भेजने बंद कर दिए। इस दौरान उसमें आग लग गई और क्रैश होने से पहले ही इसमें धमाका हो गया।
यहां देखिये वीडियो
हादसे की जांच में शामिल होगा अमेरिका
अमेरिका भी ईरान में हुए इस हादसे की जांच करेगा। अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) ने कहा कि उसे इस संबंध में ईरान से औपचारिक अनुरोध मिल गया है और अब वह इस बोइंग विमान हादसे की जांच करेगा। गौरतलब है कि बोइंग अमेरिकी कंपनी है और इसके विमान हादसों की जांच में NTSB शामिल होता है। हालांकि, यह संबंधित देश के कानूनों और अनुमति पर निर्भर करता है। अभी तक ईरान ही इसकी जांच कर रहा है।
ट्रम्प ने जताया हमले का शक
अमेरिकी मीडिया गुरुवार से ही यह बात कह रहा है कि इस विमान को ईरान ने निशाना बनाया है। न्यूजवीक मैगजीन ने खुफिया अधिकारियों से बात कर बताया था कि इस विमान पर टोर मिसाइल से हमला हुआ था। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी शक जताया था कि हो सकता है किसी ने गलती से विमान को निशाना बना लिया था। ईरान ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह महज अफवाह है।
यूक्रेेन ने संयुक्त राष्ट्र से मांगी मदद
यूक्रेन ने हादसे के बाद कहा था कि वह जांच कर रहा है कि क्या यह विमान मिसाइल लगने से गिरा है। उस समय ईरान ने इसका खंडन किया था। यूक्रेन ने अब इस जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र से मदद मांगी है।
कनाडा ने कहा- मिसाइल से हिट हुआ विमान
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कहा है कि इस बात के सूबत हैं कि ईरान ने गलती से विमान पर मिसाइल दागी थी। कई दूसरे नेताओं ने भी उनकी इस बात का समर्थन किया है। बीबीसी के मुताबिक, ट्रूडो ने कहा कि ऐसे संकेत मिले हैं कि यूक्रेनियन एयरलाइंस का विमान जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल के लगने से क्रैश हुआ था। यह भी संभव है कि यह हमला जानबूझकर नहीं किया गया था।
ब्रिटेन ने किया कनाडा का समर्थन
ट्रूडो ने कहा कि इसके लिए किसी पर आरोप लगाना या अंतिम नतीजे पर पहुंचाना जल्दबादी होगी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी ट्रूडो का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और कनाडा इस मामले में एक साथ है।
ईरान ने ब्लैक बॉक्स देने से किया मना
अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक, ईरान में विमान क्रैश होने के कारण उसे इसकी जांच का नेतृत्व करने का हक है। इसकी जांच में जुटी ईरानी एजेंसियों ने विमान का ब्लैक बॉक्स अमेरिका या विमान निर्माता कंपनी बोइंग से साझा करने से मना कर दिया था। ब्लैक बॉक्स में उड़ान से जुड़ी अहम जानकारियां रिकॉर्ड होती है। ईरान ने कहा था कि ब्लैक बॉक्स की जांच कौन सा देश करेगा अभी तक इस पर स्पष्टता नहीं है।