यूक्रेन का दावा- नागरिक इलाकों पर हमले कर रहा रूस, खतरनाक बमों का कर रहा इस्तेमाल
दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के बीच यूक्रेन ने रूस पर नागरिक इलाकों पर बम गिराने का आरोप लगाया है। यूक्रेन के अनुसार, खारकीव समेत कई शहरों में रूसी तोपों ने आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाया। यूक्रेन ने रूस के हमलों में अब तक 352 आम नागरिकों की मौत की बात कही है जिनमें 14 बच्चे भी शामिल हैं। सोमवार को खारकीव में हुई गोलाबारी में कम से कम 11 आम लोग मारे गए।
रूस पर खतरनाक बमों के इस्तेमाल का भी आरोप
यूक्रेन और मानवाधिकार संगठनों ने रूस पर क्लस्टर बम और वैक्यूम बम जैसे खतरनाक बमों का इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वॉच ने रूस के क्लस्टर बम इस्तेमाल करने का दावा किया है। एमनेस्टी ने तो रूस पर एक प्री-स्कूल पर हमला करने का आरोप भी लगाया है। इस स्कूल में नागरिक छिपे हुए थे। वहीं अमेरिका में यूक्रेन के राजदूत ओकसाना मारकरोवा ने रूस पर वैक्यूम बम इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
क्या होते हैं क्लस्टर और वैक्यूम बम?
क्लस्टर बम आसमान से गिराया जाने वाला एक ऐसा बम होता है जिसमें से कई छोटे-छोटे बम निकलते हैं और फिर इनमें एक साथ धमाका होता है। वैक्यूम बम आसपास के इलाके से ऑक्सीजन खींचता है ताकि उच्च-तापमान का धमाका किया जा सके। इसका धमाका बाकी बमों के मुकाबले अधिक समय तक होता है और ये इंसानी शरीर को भाप बना सकता है। दोनों बमों के इस्तेमाल को 'युद्ध अपराध' की श्रेणी में रखा जाता है।
मुद्दे पर UN महासभा में चर्चा शुरू, रूस ने किया अपना बचाव
दोनों देशों के बीच जारी इस युद्ध के बीच सोमवार को मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र (UN) महासभा की आपातकालीन बैठक हुई। इस बैठक में यूक्रेन पर रूस के हमले की आलोचना करने वाले प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। चर्चा के दौरान रूस ने अपने फैसले का बचाव किया, वहीं UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस यूक्रेन में लड़ाई रोकने की मांग की। बैठक में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि बोलेंगे और इसके बाद बुधवार को वोटिंग होगी।
यूक्रेन और रूस में शांति वार्ता भी शुरू, पहले दिन साढ़े तीन घंटे चली बैठक
युद्ध के बीच यूक्रेन और रूस में शांति वार्ता भी शुरू हो गई है और सोमवार को यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई। साढ़े तीन घंटे चली इस बैठक में यूक्रेन की ओर से रक्षा मंत्री अलेक्सी रेजनिकोव, सर्वेंट ऑफ द पीपल प्रमुख डेविड अरखामिया और उप विदेश मंत्री निकोले टोचिट्स्की शामिल हुई। वहीं रूस की तरफ से उप रक्षा मंत्री, एक वरिष्ठ सांसद और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की आदि शामिल हुए।
वार्ता में यूक्रेन ने रखी युद्ध विराम की मांग
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, शांति वार्ता में उन्होंने रूस के सामने युद्ध विराम का ऐलान करने और अपने सैनिकों को यूक्रेन की जमीन से पीछे हटाने की मांग रखी। रूस के प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता में अपनी मांगों के संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है। मेडिंस्की ने कहा कि वह निश्चित ही कुछ समझौतों पर पहुंचने में रुचि रखते हैं। आज दोनों देशों के बीच फिर से बातचीत होगी।
युद्ध का आज छठवां दिन, रूस को करना पड़ रहा कड़े प्रतिरोध का सामना
बता दें कि आज यूक्रेन-रूस युद्ध का छठवां दिन है और रूस ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। हालांकि यूक्रेन को जल्द से जल्द घुटनों पर लाने के उसके मंसूबे नाकामयाब होते दिख रहे हैं। उसे यूक्रेनी सेना से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है और आम नागरिक भी इस लड़ाई में अपनी सेना का साथ दे रहे हैं। कड़ी कोशिशों के बावजूद रूस अभी तक कीव पर कब्जा नहीं कर पाया है।