दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन के कारण आई लहर का चरम पार, हटने लगी पाबंदियां
क्या है खबर?
दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण आई चौथी लहर चरम को पार कर गई है और यहां से पाबंदियां हटने लगी हैं।
गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने महामारी को देखते हुए लगाए गए नाइट कर्फ्यू को हटाने का ऐलान किया है।
बयान में कहा गया है कि अब लोगों के बाहर घूमने के घंटों पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। साथ ही खुले स्थानों में अधिक लोगों के इकट्ठा होने की भी छूट दे दी गई है।
दक्षिण अफ्रीका
खुले स्थानों पर इकट्ठा हो सकेंगे 2,000 लोग
सरकारी बयान के अनुसार, अब खुली जगहों पर 2,000 और बंद जगहों पर 1,000 लोग इकट्ठा हो सकेंगे।
अगर किसी बंद जगह में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 1,000 लोग एकत्रित नहीं हो सकेंगे तो वहां पर 50 फीसदी क्षमता का इस्तेमाल किया जाएगा।
नव वर्ष संध्या से पहले यहां रात के 12 बजे से सुबह 4 बजे तक चलने वाले नाइट कर्फ्यू को भी हटा लिया गया है। लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
दक्षिण अफ्रीका
पाबंदियां हटाने के पीछे ये कारण
सरकार ने पाबंदियां हटाने के पीछे के कारण बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर ओमिक्रॉन की लहर चरम को पार कर गई है। देश के दो प्रांतों को छोड़कर बाकी जगह कोरोना के मामले कम हो रहे हैं और वैक्सीनेशन की कवरेज बढ़ रही है।
सरकार ने बताया कि अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी कम है, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर बोझ नहीं बढ़ा। वहीं मौतों की संख्या में भी खास इजाफा नहीं देखा गया है।
कोरोना संक्रमण
लोगों से ऐहतियात बरतने की अपील
ओमिक्रॉन की संक्रामकता को देखते हुए सरकार ने फिर से मामले बढ़ने की आशंका जताई है। इसे देखते हुए सभी आयोजनकर्ताओं को महामारी से बचाव के कदम उठाने और लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है।
सरकार ने लोगों से हर जगह मास्क पहने रखने की अपील करते हुए कहा कि हालात पर नजर रखी जा रही है और अगर जरूरत पड़ती है तो फिर से कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीका
जल्द खुलेंगे स्कूल
दक्षिण अफ्रीका में अगले 15 दिनों में स्कूल फिर से खुलने जा रहे हैं। इसी बीच सरकार ने अभिभावकों से अपने 12 साल से अधिक के बच्चों को वैक्सीन लगवाने की अपील की है।
बता दें कि महामारी की शुरुआत के बाद से दक्षिण अफ्रीका में कोरोना संक्रमण के 35 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 90,000 से अधिक लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
कोरोना संकट
कई देशों में कहर बरपा रहा ओमिक्रॉन
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पकड़ में आया कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट अमेरिका, फ्रांस और इंग्लैंड समेत कई देशों में कहर ढहा रहा है और इसके चलते रिकॉर्ड संख्या में मामले दर्ज हो रहे हैं।
यह वेरिएंट डेल्टा से कम घातक, लेकिन अधिक संक्रामक है और वैक्सीन से मिली सुरक्षा को भी चकमा दे सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेताया है कि डेल्टा वेरिएंट के साथ मिलकर ओमिक्रॉन कोरोना के नए मामलों की सुनामी ला रहा है।