केवल वैक्सीनेशन से नहीं रुकेगी महामारी, मास्क का इस्तेमाल और सर्विलांस जरूरी- सरकार
क्या है खबर?
भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए मरीजों में 183 के विश्लेषण से पता चला है कि 90 प्रतिशत को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगी हुई थीं।
विश्लेषण के नतीजे साझा करते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार ने कहा कि महामारी से बचने के लिए केवल वैक्सीनेशन पर्याप्त नहीं है और मास्क का इस्तेमाल और सर्विलांस संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए जरूरी है।
बता दें कि भारत में ओमिक्रॉन के 415 मामले सामने आ चुके हैं।
विश्लेषण
बूस्टर शॉट ले चुके लोग भी हुए संक्रमित
विश्लेषण की जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि 183 लोगों में से 27 का विदेश यात्रा का इतिहास नहीं था।
इन 183 लोगों में से 87 को दोनों खुराकें लग चुकी थीं, जबकि तीन को बूस्टर शॉट भी लगे थे। केवल सात लोग ऐसे थे, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी और दो को एक-एक खुराक लगी थी।
वहीं 73 लोगों के वैक्सीनेशन की स्थिति पता नहीं चल सकी और 16 लोग वैक्सीनेशन के पात्र नहीं थे।
कोरोना संकट
घरों में ओमिक्रॉन के फैलने का खतरा डेल्टा से ज्यादा- पॉल
नीति आयोग के सदस्य और कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने कहा कि घरों में ओमिक्रॉन फैलने का खतरा डेल्टा से अधिक है। लोगों को मास्क पहनने और हाथों की सफाई का ध्यान रखने की जरूरत है। अभी के लिए गैर-जरूरी यात्रा से बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि महामारी को रोकने के लिए कंटेनमेंट और सर्विलांस महत्वपूर्ण है और अकेले वैक्सीनेशन के सहारे महामारी का सामना नहीं किया जा सकता।
राहत
ओमिक्रॉन के दो तिहाई मरीजों में कोई लक्षण नहीं
विश्लेषण में पता चला है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों में से 70 प्रतिशत में कोई लक्षण नहीं है और करीब एक तिहाई मरीजों में हल्के लक्षण हैं।
केंद्र सरकार की तरफ से बताया गया है कि भारत में अभी भी डेल्टा प्रमुखता से फैलने वाला वेरिएंट बना हुआ है और हालिया समय में मिले कलस्टर इसी वेरिएंट के थे।
सरकार ने बताया कि दुनिया के 108 देशों में ओमिक्रॉन के 1.5 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
कोरोना वायरस
ओमिक्रॉन के 415 मरीजों में से 115 ठीक हुए
सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि देश में 415 ओमिक्रॉन संक्रमितों में से 115 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र में अब तक इस वेरिएंट के 108, दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 31, राजस्थान में 22, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में 4-4, जम्मू-कश्मीर और बंगाल में 3-3, उत्तर प्रदेश में दो और चंडीगढ़, लद्दाख और उत्तराखंड में एक-एक मामला दर्ज हुआ है।
न्यूजबाइट्स प्लस
कैसी है सरकार की तैयारी?
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि मामलों में सभावित उछाल को देखते हुए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली है।
उन्होंने बताया कि देश में 18.1 लाख आइसोलेशन बिस्तर, 4.94 लाख ऑक्सीजन बिस्तर, 1.39 लाख ICU बिस्तर, बच्चों के लिए 24,000 से अधिक ICU बिस्तरों और 64,000 से अधिक साधारण बिस्तरों का इंतजाम किया गया है।
मेडिकल ऑक्सीजन के बारे में उन्होंने कहा कि देश में रोजाना 18,836 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है।