यूक्रेनी बच्चों की मदद के लिए अपना नोबेल पुरस्कार नीलाम करेंगे रूसी पत्रकार दमित्री मुरातोव
पिछले साल शांति का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले रूसी पत्रकार दमित्री मुरातोव ने अपना सम्मान यूक्रेन के बच्चों की मदद के लिए नीलाम करने का फैसला लिया है। इस नीलामी से मिली राशि यूनिसेफ को जाएगी, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन में जारी युद्ध से प्रभावित हुए बच्चों की मदद के लिए किया जाएगा। बता दें कि 24 फरवरी से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है, जिससे बच्चों समेत लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
मुरातोव को पिछले साल मिला था पुरस्कार
रूस के वरिष्ठ पत्रकार मुरातोव को पिछले साल फिलीपींस की मारिया रेसा के साथ संयुक्त रूप से शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। मुरातोव ने रूस में नोवाजा गाजेटा नाम का अखबार शुरू किया था, जिसे नोबेल कमेटी ने मौजूदा वक्त का रूस का सबसे आजाद अखबार बताया था। उनके काम की तारीफ के बारे में कमेटी ने कहा था कि मुरातोव कई दशकों से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करते आ रहे हैं।
मुरातोव ने यह बताई नीलामी की वजह
मुरातोव को इस पुरस्कार के साथ 50,000 डॉलर की ईनामी राशि मिली थी। उन्होंने अपने पुरस्कार को नीलाम करने की घोषणा करते हुए यह भी कहा था कि वो इस राशि को भी चैरिटी के लिए दान किया जाएगा। जब उनसे दान की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि इसका मकसद शरणार्थी बच्चों को भविष्य के लिए एक मौका देना है। उन्होंने कहा कि वो यूक्रेन युद्ध के कारण अनाथ हुए बच्चों को लेकर खासतौर पर चिंतित हैं।
5.5 लाख डॉलर तक जा चुकी है नीलामी
मुरातोव के नोबेल पुरस्कार की नीलामी 1 जून से शुरू हुई थी। सोमवार सुबह तक इसके लिए सबसे ऊंची बोली 5.5 लाख डॉलर तक जा चुकी थी। आयोजकों को उम्मीद है कि यह बोली और ऊपर जाएगी। अब तक की सबसे ऊंची बोली की बात करें तो 1962 में DNA के ढांचे की खोज के लिए जेम्स वॉटसन को मिले नोबेल पुरस्कार की बोली लगी थी, जो 2014 में 4.78 मिलियन डॉलर में बिका था।
निडरता से अपनी आवाज उठाते रहते हैं मुरातोव
मुरातोव निडरता से अपनी आवाज उठाते रहते हैं और उन्हें सार्वजनिक तौर पर 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे की आलोचना की थी। इसके अलावा वो यूक्रेन पर आक्रमण करने के रूस के निर्णय की भी निंदा कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन के कुर्सी संभालने के बाद रूस में स्वतंत्र पत्रकारों पर हमले बढ़े हैं। हालिया वर्षों में मुरातोव के अखबार में काम करने वाले चार पत्रकारों की हत्या हो चुकी है।
यूक्रेन युद्ध की क्या स्थिति?
यूक्रेन और रूस के बीच पिछले 116 दिनों से युद्ध जारी है और लाखों लोगों को इसके चलते विस्थापित होना पड़ा है। रूस की सेना अब यूक्रेन के औद्योगिक शहर सेवेरोदोनेत्सक के पास तक पहुंच गई है। पूर्वी यूक्रेन पर नियंत्रण पाने की कोशिश में रूस के लिए यह एक अहम लक्ष्य था। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने आशंका व्यक्त की है कि सदस्यता पर यूरोपीय संघ का फैसला आते ही रूस राजधानी कीव पर हमले तेज करेगा।