रूस ने किया मारियुपोल में 1,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों के आत्मसमर्पण का दावा
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग बुधवार को 48वें दिन भी जारी है, लेकिन रूस की सेना अभी भी राजधानी कीव पर कब्जा नहीं जमा सकी है। इसी बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि दक्षिणपूर्वी बंदरगाह शहर मारियुपोल में 1,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से 150 से अधिक सैनिक गंभीर रूप से घायल है। बता दें रूसी सेना ने पिछले एक महीने से मारियुपोल की घेराबंदी कर रखी थी।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने किया सैनिकों के आत्मसमर्पण का दावा
रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा, "मारियुपोल शहर में 36वीं मरीन ब्रिगेड के 1,026 यूक्रेनी सैनिकों ने स्वेच्छा से हथियार डाल दिए और एक इस्पात संयंत्र में आत्मसमर्पण कर दिया।" उन्होंने कहा, "इन सैनिकों में 162 अधिकारी और 47 महिलाकर्मी शामिल हैं। इसी तरह कुल 151 सैनिक घायल हैं और उनका उपचार किया जा रहा है। हालातों को देखते हुए उन्होंने समझदारी वाला निर्णय किया है।"
रूस ने अन्य यूक्रेनी सैनिकों से किया आत्मसमर्पण का आह्वान
इधर, क्रीमिया के प्रमुख सर्गेई अक्स्योनोव ने अन्य यूक्रेनी सैनिकों से भी आत्मसमर्पण का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, "अजोवस्टल के भीतर इस समय लगभग 200 यूक्रेनी सैनिक घायल हैं, जिन्हें कोई चिकित्सा सहायता नहीं मिल सकती है। उनके लिए और बाकी सभी के लिए बेहतर होगा कि इस व्यर्थ प्रतिरोध को समाप्त करें और मारियुपोल के सैनिकों की तरह आत्मसमर्पण कर अपने घर लौट जाएं। यूक्रेनी सरकार उन्हें कोई मदद नहीं दे सकती है।"
सैनिकों के आत्मसमर्पण पर यूक्रेन ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
कोनाशेनकोव के यूक्रेनी सैनिकों के आत्मसमर्पण करने के दावे पर यूक्रेन प्रशासन ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने ट्वीट किया, '36वीं मरीन ब्रिगेड के सैनिकों ने शहर में अज़ोव रेजिमेंट के साथ मिलकर जोखिम भरा युद्धाभ्यास किया और विरोधियों से कड़ा मुकाबला किया। चलो हारे नहीं। सेना को पता है कि वह क्या कर रही है और उसे आगे क्या करना है।'
क्रीमिया प्रमुख ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर साधा निशाना
क्रीमिया प्रमुख अक्स्योनोव ने ट्वीट किया, 'वास्तव में (कीव के नेता) न तो यूक्रेन की परवाह करते हैं और न ही यूक्रेनी लोगों की उन्हें कोई चिंता है। वह एक विदेशी नेता है और उनके लिए यूक्रेन की जनता विदेशी लोगों की तरह ही हैं।'
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर लगाया फास्फोरस बमों के इस्तेमाल का आरोप
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने बाल्टिक राष्ट्र एस्टोनिया की संसद को संबोधित करते हुए रूस पर फास्फोरस बमों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रूस आम नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी रणनीति अपना रहा है और लगातार फास्फोरस बमों से हमला कर रहा है। उन्होंने रूस का मुकाबला करने के लिए हथियार सहित अन्य उपकरणों की आवश्यकता जताई तथा रूस पर कठारे प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने किया था रासायनिक हथियारों के उपयोग का दावा
बता दें कि मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दावा किया था कि अमेरिका के पास रूस के द्वारा मारियुपोल में किए जा रहे हमलों में रासायनिक हथियारों का उपयोग करने की खूफिया जानकारी है। हालांकि, उन्होंने इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया था। इधर, एस्टोनियाई राष्ट्रपति अलार कारिस ने यूक्रेन के लोगों को मजबूत समर्थन दिखाने के लिए यूक्रेन का दौरा करने और राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करने की बात कही है।
यूक्रेनी नागरिकों को हथियार चलाना सिखा रहा चेक गणराज्य
बता दें कि इस युद्ध में यूक्रेन के नागरिकों ने जोरदार साहस दिखाते हुए रूस को चौंका दिया है। युद्ध के लंबे चलते की आशंका के बीच चेक गणराज्य, यूक्रेनी नागरिकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देर रहा है। जिससे नागरिक रूस का मुकाबला कर सकें। प्रशिक्षण लेने वालों में से ने भी आज तक हथियार नहीं उठाया है। वह प्रशिक्षण केवल इसलिए ले रहे हैं कि जरूरत पड़ने पर वह यूक्रेन पहुंचकर रूस के खिलाफ युद्ध लड़ सके।
यूक्रेन में वर्तमान में कैसे हैं हालात?
बता दें भले ही रूस ने सैन्य गतिविधियां कम करने का ऐलान किया है, लेकिन वर्तमान में उसेन अपनी सेना को यूक्रेन के पूर्व और दक्षिण में फिर से तैनात कर दिया है। उसका उद्देश्य कब्जे वाले क्रीमिया और डोनबास में दोनेत्स्क और लुगांस्क के मास्को समर्थित अलगाववादी राज्यों के बीच एक जमीनी संपर्क बनाना है। इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने पूर्वी यूक्रेन के नागरिकों को हमले की आशंक के तहत सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।