नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी से मिले प्रधानमंत्री मोदी, कहा- देश को उन पर गर्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि देश को बनर्जी की उपलब्धियों पर गर्व है। बता दें कि पिछले हफ्ते बनर्जी को उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर के साथ अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। इन तीनों को दुनिया से गरीबी दूर करने के लिए एक्सपेरिमेंट अप्रोच अपनाने के लिए यह पुरस्कार दिया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी बोले, बनर्जी में दिखता है मानव सशक्तीकरण के प्रति जुनून
पुरस्कार मिलने की घोषणा होन के बाद अभिजीत बनर्जी भारत दौरे पर हैं और सोमवार को उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, 'नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी के साथ शानदार बैठक हुई। मानव सशक्तीकरण के प्रति उनका जुनून साफ दिखाई देता है। हमने विभिन्न विषयों पर एक स्वस्थ और व्यापक बातचीत की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं।'
अभिजीत ने बताया अद्वितीय अनुभव
अभिजीत बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत को अद्वितीय अनुभव बताते हुए प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा, "उन्होंने भारत को देखने के अपने नजरिए के बारे में बताया। हमें नीतियों के बारे में बहुत सुनने को मिलता है लेकिन इसके पीछे की सोच के बारे में कम ही सुनने को मिलता है... उन्होंने समझाया कि वह कैसे नौकरशाही में सुधार की कोशिश कर रहे हैं ताकि ये अधिक उत्तरदायी बने।"
सुनें प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात पर अभिजीत बनर्जी की प्रतिक्रिया
देश की आर्थिक हालात की आलोचना कर चुके हैं अभिजीत बनर्जी
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने भले ही अभिजीत बनर्जी की तारीफ की हो, लेकिन भारत की आर्थिक स्थिति पर उनकी टिप्पणियों के कारण वह काफी दिनों से आलोचना का सामना कर रहे हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम में बनर्जी ने कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में नहीं है और एक संकट की ओर बढ़ रही है। इस टिप्पणी के कारण वह सरकार के समर्थकों के निशाने पर रहे थे।
पीयूष गोयल ने साधा था अभिजीत बनर्जी पर निशाना
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी अभिजीत बनर्जी पर निशाना साधा था। उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलने की बधाई देते हुए गोयल ने कहा था, "उनकी समझ के बारे में आप सब जानते हैं। उनकी जो सोच है, वो पूरी तरह वाम की तरफ झुकाव वाली है। उन्होंने 'न्याय' के बड़े गुणगान गाए थे, भारत की जनता ने उनकी सोच को पूरी तरह नकार दिया।" इसके जवाब में बनर्जी ने कहा था कि गोयल ने उनके प्रोफेशनलिज्म पर सवाल उठाया है।
अभिजीत बोले, न्याय के लिए केवल आंकड़े दिए
कांग्रेस की न्याय योजना के बारे में अभिजीत बनर्जी का कहना है कि उन्होंने इसके लिए केवल आंकड़े प्रदान किए थे और इससे ज्यादा उन्होंने कोई योगदान नहीं दिया था। उन्होंने कहा था कि वह हर पार्टी की सरकार के लिए काम करते हैं।
कौन हैं अभिजीत बनर्जी?
अभिजीत बनर्जी का जन्म 1961 में कोलकाता में हुआ था। उनके माता-पिता दोनों अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे। उनकी शुरूआती शिक्षा कोलकाता से ही हुई, जिसके बाद उन्होंने मास्टर्स डिग्री के लिए जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में दाखिला लिया। JNU से मास्टर्स करने के बाद उन्होंने 1988 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से PhD की। अभी वह अमेरिका के MIT में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं। अभिजीत अर्थशास्त्र पर चार किताबें लिख चुके हैं।