कोलकाता और JNU कनेक्शन पर क्या बोले नोबेल जीतने वाले अभिजीत बनर्जी?
इस साल अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी ने गरीबी के प्रति अपनी समझ के लिए बंगाल में गरीबी के साथ संबंध को श्रेय दिया है। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से पढ़े अभिजीत ने कहा कि उन्हें यूनिवर्सिटी आकर राजनीति का बड़ा परिदृश्य समझ आया। बता दें कि अभिजीत को गरीबी दूर करने के लिए एक्सपेरिमेंट अप्रोच के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। उनके साथ उनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को ये सम्मान मिला है।
JNU ने दी राजनीति की समझ- अभिजीत
अभिजीत ने इंडिया टूडे कहा, "JNU ने मुझे राजनीति की समझ दी। यह उस तरह से नहीं थी कि मैं JNU छात्र संघ या किसी दूसरी राजनीति का हिस्सा नहीं बन जाऊं, लेकिन मुझे यह बात समझ आई कि राजनीति कितनी जरूरी है।"
JNU में आकर देखी देश की राजनीति- अभिजीत
अभिजीत ने कहा, "कोलकाता से आने के कारण मुझे वाम की राजनीति पता थी, लेकिन बाकी देश की राजनीति के बारे में पता नहीं था। इसलिए मेरे लिए लोहियावादी बहुत जरूरी थी।" उन्होंने आगे कहा, "यहां आकर मुझे गांधीवादी, RSS और भारतीय राजनीति के दूसरे परिदृश्यों को समझने का मौका मिला। यहां मैंने सीखा कि इन्हें कैसे एक-दूसरे के साथ जोड़ा जा सकता है। JNU ने मुझे भारतीय राजनीति के बारे में बेहतर समझ दी।"
JNU से मास्टर्स की पढ़ाई कर हार्वर्ड गए थे अभिजीत
JNU को देशद्रोहियों का अड्डा बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी जगह का होना बहुत जरूरी है जहां असहमति प्रदर्शित की जा सके। उन्होंने कहा, "हमें चीजों पर असमहति की जरूरत होती है। मुझे लगता है कि असहमति हमें बुद्धिमान और तेजी से बदल रहे जटिल संसार से बेहतर तरीके से निपटने में सक्षम बनाती है।" गौरतलब है कि अभिजीत ने JNU से मास्टर्स की पढ़ाई की थी। यहां से पढ़ने के बाद वो हार्वर्ड चले गए थे।
झुग्गियों के बच्चों के साथ बीता बचपन- अभिजीत
गरीबी के बारे में अपनी समझ के बारे में बताते हुए अभिजीत ने कहा, "हम एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार से थे, लेकिन मेरे दादा ने कोलकाता की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती के पास घर बनाया था। इसलिए मैंने अपनी एक किताब में लिखा है कि मेरा बचपन झुग्गियों के बच्चों के साथ खेलते हुए बीता है।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे गरीबी का अनुभव है। मुझे उन बच्चों से जलन होती थी क्योंकि उन्हें स्कूल नहीं जाना होता था।"
घर पर होती थी गरीबी की बातें- अभिजीत
अभिजीत ने बताया कि उनके परिवार में गरीबी को लेकर बातें होती थीं कि गरीबी क्यों होती है, इसके नुकसान क्या हैं आदि। यही सब बातें आगे चलकर उनके काम आईं।
कोलकाता में जन्में हैं अभिजीत
अभिजीत बनर्जी का जन्म 1961 में कोलकाता में हुआ था। उनकी माता निर्मला बनर्जी कोलकता के सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंस में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर और पिता दीपक बनर्जी प्रेसिडेंसी कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख थे। अभिजीत की स्कूली शिक्षा कोलकाता के साउथ प्वाइंट स्कूल में हुई। उन्होंने 1981 में प्रेसिडेंसी कॉलेज से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन पूरी की। इसके बाद उन्होंने मास्टर्स के लिए दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में दाखिला लिया था।