यूक्रेन: अब तक कितने लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा और ये कहां गए हैं?
क्या है खबर?
कीव से पीछे हटने के बाद अब रूसी सेना यूक्रेन के पूर्वी हिस्सों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। भीषण तबाही की आशंका को देखते हुए इस इलाके के लोग घर छोड़कर जाने को मजबूर है।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद एक करोड़ से अधिक लोग अपना घर छोड़कर जा चुके हैं। इनमें से 42 लाख लोगों ने दूसरे देशों में शरण ली है, जबकि बाकी यूक्रेन के ही दूसरे इलाकों में गए हैं।
पृष्ठभूमि
युद्ध से पहले ही घर छोड़ने लगे थे लोग
रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले का ऐलान किया था, लेकिन कई लोग इससे पहले ही घर छोड़कर देश के पश्चिमी हिस्सों की तरफ जाना शुरू कर चुके थे। गौरतलब है कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में बाकी इलाकों की तुलना में कम हमले हुए हैं।
अमेरिका, ब्रिटेन जैसे कई देशों ने भी युद्ध शुरू होने से पहले अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकलने की सलाह दे दी थी।
शरणार्थी संकट
किन देशों में शरण ले रहे हैं लोग?
युद्ध के कारण विस्थापित हुए अधिकतर लोग पश्चिमी सीमा से देश छोड़कर जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 5 अप्रैल तक करीब 42 लाख लोग यूक्रेन छोड़ चुके थे।
इनमें से 24.90 लाख ने पोलैंड, 6.54 लाख ने रोमानिया, करीब चार लाख ने मोल्डोवा, 3.99 लाख ने हंगरी, 3.5 लाख ने रूस, 3.02 लाख ने स्लोवाकिया और करीब 17,000 लोगों ने बेलारूस में शरण ली है।
इसे हालिया समय का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट कहा जा रहा है।
यूक्रेन
सीमाओं पर लगी लाइनें
यूक्रेन के सीमाई शहरों की तरफ जाने वाली ट्रेनें भरी हुईं चल रही हैं और सीमाओं पर देश छोड़कर जाने वाले लोगों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं।
शरणार्थियों के पास आधिकारिक दस्तावेज होने जरूरी नहीं है। दूसरे देशों में शरणार्थी का दर्जा पाने के लिए यूक्रेनी नागरिक या यूक्रेन में वैध तरीके से रहना जरूरी है।
हालांकि, ऐसी खबरें आ रही हैं कि कई अफ्रीकी नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने से रोका जा रहा है।
मदद
शरणार्थियों की कैसे मदद की जा रही है?
यूक्रेन से सटे देशों में शरणार्थियों को खाना और मेडिकल सुविधाएं दी जा रही हैं।
यूरोपीय संघ ने ऐलान किया है कि यूक्रेन से आए लोग उसके 27 सदस्य देशों में से किसी भी देश में तीन साल तक रहकर काम कर सकते हैं। उन्होंने सामाजिक कल्याण, मेडिकल इलाज, स्कूल और सामाजिक कल्याण की योजनाओं का लाभ भी मिलेगा।
ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई अन्य देशों ने भी शरणार्थियों के लिए अपने दरवाजे खोले हैं।
शरणार्थी संकट
यूक्रेन में कहां जा रहे हैं लोग?
इंटरनेशनल माइग्रेशन ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से 9 से 16 मार्च के बीच किए गए एक सर्वे के अनुसार, उत्तर और पूर्व के इलाकों को छोड़कर आने वाले ज्यादातर लोग पश्चिमी हिस्सों में रुके हुए हैं। 5 प्रतिशत लोग ऐसे थे, जिन्होंने युद्ध की आशंका के बीच घर छोड़ा था और बाकी ने युद्ध शुरू होने या शहरों में हमले शुरू होने के बाद घर छोड़ा।
सर्वे के अनुसार, विस्थापित होने वाले लोगों में आधे से ज्यादा महिलाएं हैं।
यूक्रेन
विस्थापित लोगों की कैसे मदद की जा रही है?
संयुक्त राष्ट्र और कई दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठन युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे लोगों की मानवीय सहायता के लिए अभियान चला रहे हैं।
इसके तहत लोगों को खाने के लिए नकद पैसे, जरूरतमंदों को रहने के लिए जरूरी सामान, बंकरों में रुके लोगों को सोने के लिए फोल्डिंग बेड्स दिए जा रहे हैं और पश्चिमी सीमा से पूर्वी सीमा तक सामान की आपूर्ति आदि में मदद की जा रही है।
ये संगठन यात्रा में भी लोगों की मदद कर रहे हैं।