अमेरिका के बाद दुनियाभर के विश्वविद्यालयों में फैला फिलिस्तीन समर्थक विरोध-प्रदर्शन, फ्रांस से ऑस्ट्रेलिया तक असर
क्या है खबर?
अमेरिका के विश्वविद्यालयों से शुरू हुआ फिलिस्तीन समर्थक और इजरायल विरोधी छात्र प्रदर्शन दुनियाभर के कई देशों में फैल गया है। केवल अमेरिका में ही इस दौरान 2,000 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया गया है।
अब फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा समेत कई यूरोपीय और लैटिन अमेरिकी देशों के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में इस तरह के प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
आइए जानते हैं कहां-कहां छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
फ्रांस
फ्रांस में 91 छात्र गिरफ्तार
पेरिस में साइंसेस पो विश्वविद्यालय और सोरबोन विश्वविद्यालय में सैकड़ों फिलिस्तीन समर्थक छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
साइंसेस पो विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्रों को पुलिस ने खदेड़ दिया और 91 छात्रों को हिरासत में लिया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने छात्रों के धरने को चर्चा के खिलाफ बताते हुए आलोचना की।
सोरबोन विश्वविद्यालय में यहूदी छात्रों ने एक परिचर्चा का आयोजन किया, जिसमें फिलिस्तीन समर्थक कानून वक्ता को शामिल नहीं होने देने पर खूब विवाद हुआ।
जर्मनी
जर्मनी में छात्रों को जुटने से पहले ही हटाया गया
जर्मनी के बर्लिन में स्थित हमबोल्ट विश्वविद्यालय में भी फिलिस्तीन समर्थक छात्र धरना-प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए। हालांकि, पुलिस ने उन्हें जबरन हटा दिया। बर्लिन के मेयर ने कहा कि शहर को अमेरिका जैसी घटनाओं को देखने की कोई इच्छा नहीं है।
बर्लिन में ही कुछ फिलिस्तीन समर्थकों ने संसद के सामने धरना देने के लिए कैंप लगाया, जिसे पुलिस ने हटा दिया। ये प्रदर्शनकारी इजरायल को हथियार निर्यात पर रोक की मांग कर रहे थे।
कनाडा
कनाडा के कई शहरों में प्रदर्शन
कनाडा के मॉन्ट्रियल, ओटावा, टोरंटो और वैंकूवर सहित कई शहरों में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन हुए।
मॉन्ट्रियल के मैकगिल विश्वविद्यालय में तनावपूर्ण स्थितियों के बावजूद सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए और कहा कि वे तब तक यहां से नहीं हटेंगे, जब तक विश्वविद्यालय इजरायल के साथ सभी तरह के संबंध खत्म नहीं कर लेता।
हालांकि, अभी तक कनाडा में प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प या कैंप हटाने की खबरें नहीं आई हैं।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में भिड़े प्रदर्शनकारी
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, कैनबरा और मेलबर्न विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन समर्थक छात्रों ने कैंप लगा लिए हैं।
3 मई को सिडनी विश्वविद्यालय में इजरायली और फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी एक-दूसरे से भिड़ गए। हालांकि, इस दौरान ज्यादा हिंसा नहीं हुई।
यहां बीते करीब 10 दिनों से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र इजरायली संस्थानों से संबंध तोड़ने और हथियार बनाने वाली कंपनियों से मिलने वाले दान को बंद करने की मांग कर रहे हैं।
अमेरिका
अमेरिका में फिर हिंसक हुए प्रदर्शन
अमेरिका के वर्जीनिया विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान कम से कम 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस और मिर्ची वाले स्प्रे का इस्तेमाल किया।
विश्वविद्यालय ने कहा कि पुलिस को हिंसक आचरण और निर्देशों का पालन करने में विफलता के कारण भीड़ को गैरकानूनी सभा घोषित करना पड़ा। अमेरिका के करीब 30 विश्वविद्यालयों में इस तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं।