#NewsBytesExplainer: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस दौरा खास क्यों और क्या-क्या अहम समझौते हो सकते हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 14 जुलाई तक फ्रांस के 2 दिवसीय दौरे पर रहेंगे। फ्रांस ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने राष्ट्रीय दिवस 'बैस्टिल डे' के समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री का यह दौरा फ्रांस के साथ आर्थिक और रक्षा साझेदारी बढ़ाने के साथ ही यूरोपीय संघ से रिश्ते मजबूत करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। इस दौरान वे कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। आइए दौरे से जुड़ी अहम बातें जानते हैं।
क्यों खास है प्रधानमंत्री का दौरा?
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों के 25 साल पूरे हो रहे हैं। 1998 में फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति जैक शिराक भारत के दौरे पर आए थे। तब दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला लिया था। ये फैसला ऐसे वक्त लिया गया था, जब भारत ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था, जिसके विरोध में कई देशों ने भारत पर प्रतिबंध लगा दिए थे।
प्रधानमंत्री का पूरा कार्यक्रम क्या है?
पहले दिन यानी 13 जुलाई को प्रधानमंत्री ला सीन म्यूजिकल में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अपने आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में रात्रिभोज के लिए प्रधानमंत्री की मेजबानी करेंगे। दूसरे दिन यानी 14 जुलाई को औपचारिक प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी। इसी दिन प्रधानमंत्री बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। 15 जुलाई को प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात (UAE) रवाना हो जाएंगे।
बैस्टिल डे समारोह क्यों है खास?
फ्रांस हर साल 14 जुलाई को बैस्टिल डे मनाता है। आमतौर पर ऐसा कम ही होता है जब इस समारोह में किसी विदेशी मेहमान को आमंत्रित किया जाता है। इससे पहले 2017 में फ्रांस ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को आमंत्रित किया था। इस परेड में भारतीय सेना के तीनों अंगों की 269 सदस्यीय टुकड़ी फ्रांस की सेनाओं की टुकड़ी के साथ मार्च करते हुए दिखाई देगी।
किन लोगों से मिलेंगे प्रधानमंत्री मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस दौरे पर प्रधानमंत्री एलिजाबेश बॉर्न और सीनेट (उच्च सदन) और नेशनल असेंबली (निचले सदन) के अध्यक्षों सहित कई राजनीतिक लोगों से मिलेंगे। वे कंपनियों के कार्यकारी निदेशकों (CEO) के साथ एक संयुक्त बैठक भी करेंगे। ला सीन म्यूजिकल में वे फ्रांस की प्रमुख हस्तियों से भी बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले भारतीय दूतावास ने 'नमस्ते फ्रांस' जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। बता दें कि प्रधानमंत्री अब तक 5 बार फ्रांस जा चुके हैं।
राफेल M को लेकर हो सकता है सौदा
प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 90,000 करोड़ रुपये में 26 राफेल M लड़ाकू विमान और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बी को लेकर समझौता हो सकता है। ये राफेल लड़ाकू विमान का ही नौसैनिक संस्करण है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सौदे में भारत को 4 प्रशिक्षण विमान और 22 सिंगल सीट विमान मिलेंगे। इन्हें भारतीय नौसेना के INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। भारत के लिए इसे सबसे अहम समझौता माना जा रहा है।
किन-किन मुद्दों पर हो सकती है बात?
रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा सौदों के अलावा दोनों देशों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हालात पर बात हो सकती है। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा कि रक्षा, अंतरिक्ष और सांस्कृतिक संबंधों जैसे क्षेत्रों में सहयोग के साथ भविष्य के नए रास्ते तलाशने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें हाइड्रोजन जैसे ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत भी शामिल हैं। फ्रांसीसी फर्म SAFRAN के साथ लड़ाकू विमान के इंजन को विकसित करने पर भी समझौता हो सकता है।