इजरायल की सेना गूगल फोटो का उपयोग कर गाजा में नागरिकों की कर रही पहचान
इजरायल की सैनिक खुफिया एजेंसी ने गाजा में लोगों के चेहरे की पहचान करने वाले एक प्रोग्राम को शुरू किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रोग्राम फिलिस्तीनी नागरिकों को हमास से जुड़े होने के रूप में पहचानता है। इजरायल के इस प्रोग्राम में गूगल फोटो कथित तौर पर एक अहम भूमिका निभाती है। हालांकि, इस प्रोग्राम के लिए इजरायल ने सीधे तहत पर गूगल से कोई समझौता नहीं किया है।
कब शुरू हुआ था यह प्रोग्राम?
यह प्रोग्राम गाजा में इजरायली बंधकों की खोज करने के तरीके के रूप में शुरू हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार, जैसा कि अक्सर नई युद्धकालीन तकनीक के साथ होता है, इस पहल को जल्दी से विस्तारित किया गया ताकि हमास या अन्य आतंकवादी समूहों से जुड़े किसी भी व्यक्ति को जड़ से उखाड़ फेंका जा सके। इस तकनीक का उपयोग कर गाजा में कई लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
अंधेरे में भी कारगर है तकनीक
खुफिया अधिकारियों के अनुसार, यह कार्यक्रम निजी इजरायली कंपनी कॉर्साइट की तकनीक का उपयोग करता है। इसकी निगरानी प्रणाली आधे से भी कम चेहरे वाले लोगों को सटीक रूप से पहचान सकती है। यह कथित तौर पर ड्रोन से भी अंधेरे में और खराब गुणवत्ता के साथ भी प्रभावी हो सकता है। बता दें कि गूगल फोटो एक निःशुल्क उत्पाद है, जो जनता के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध है।