NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / #NewsBytesExplainer: अफगानिस्तान के दूतावास पर नियंत्रण को लेकर तालिबान और राजदूत के बीच क्या विवाद है?
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: अफगानिस्तान के दूतावास पर नियंत्रण को लेकर तालिबान और राजदूत के बीच क्या विवाद है?
    भारत में अफगानिस्तान के मौजूदा राजदूत फरीद मामुन्दजई हैं

    #NewsBytesExplainer: अफगानिस्तान के दूतावास पर नियंत्रण को लेकर तालिबान और राजदूत के बीच क्या विवाद है?

    लेखन सकुल गर्ग
    May 17, 2023
    11:11 am

    क्या है खबर?

    भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित अफगानिस्तान के दूतावास के प्रमुख को लेकर विवाद छिड़ गया है।

    अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान ने मोहम्मद कादिर शाह को दूतावास का चार्ज डी अफेयर्स नियुक्त किया है, जबकि मौजूदा राजदूत फरीद मामुन्दजई ने इन दावों को खारिज करते हुए इन्हें भ्रामक बताया है।

    भारत सरकार ने अभी तक इस मामले को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है।

    आइए समझते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।

    मामला 

    क्या है पूरा मामला? 

    तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान के 14 दूतावासों को अपने नियंत्रण में लेने के लिए खुद के अधिकारियों को प्रमुख बनाया है। इसी क्रम में दिल्ली में स्थित अफगानी दूतावास के प्रमुख को भी बदलने की कोशिश हो रही है।

    बतौर रिपोर्ट्स, अफगानी दूतावास को शाह को चार्ज डी अफेयर्स नियुक्त करने से संबंधित तालिबान सरकार का ई-मेल प्राप्त भी हुआ था। तालिबान सरकार पहले भी विभिन्न संबंधों को लेकर ई-मेल भेज चुकी है, जिसे दूतावास हमेशा नजरअंदाज करता रहा है।

    मामला 

    मौजूदा राजदूत ने क्या कहा?

    दूतावास को तालिबान सरकार का ई-मेल मिलने के समय मौजूदा राजदूत मामुन्दजई लंदन गए हुए थे, जहां उनका परिवार निर्वासित है।

    मामुन्दजई ने दिल्ली लौटने के बाद इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और शाह को दूतावास की सेवाओं से निलंबित करते हुए उनके दूतावास में आने पर पाबंदी लगा दी।

    उन्होंने अन्य देशों की राजधानियों में तैनात अफगानिस्तान के अन्य राजदूतों के साथ वर्चुअल बैठक भी की। ये राजदूत खुद को अभी भी अफगानिस्तान गणराज्य का प्रतिनिधि मानते हैं।

    बयान 

    दूतावास ने मामले पर क्या कहा?

    अफगानी दूतावास ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह तालिबान के इशारे पर दिल्ली में अफगानी मिशन की कमान संभालने का दावा करने वाले व्यक्ति की दावेदारी को स्पष्ट रूप से खारिज करता है।

    दूतावास ने कहा कि चार्ज डी अफेयर्स की दावेदारी पेश करने वाला यह व्यक्ति किसी अहस्ताक्षरित पत्र के आधार पर दूतावास के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मनगढ़ंत आरोप लगाकर गलत और निराधार सूचना फैलाने का अभियान चला रहा है।

    आरोप 

    शाह ने मामले पर क्या कहा?

    शाह ने कहा कि उन्होंने कुछ भी अवैध नहीं किया है और मामुन्दजई दूतावास में जारी भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि वह किसी भी राजनीतिक दल या आंदोलन से संबद्ध नहीं हैं और सिर्फ एक नौकरशाह हैं। उन्होंने कहा कि काबुल में स्थित विदेश मंत्रालय ने मामुन्दजई के खिलाफ शिकायतों के समाधान के लिए चार्ज डी अफेयर्स नियुक्त करने का निर्णय लिया होगा।

    परिचय 

    कौन हैं शाह?

    अफगानी दूतावास में मामुन्दजई के सहकर्मी शाह वाणिज्य के प्रभारी काउंसलर के पद पर तैनात हैं।

    शाह भारत द्वारा अफगानिस्तान को गेहूं और दवाओं की मानवीय सहायता भेजने में भी बड़ी भूमिका निभा चुके हैं और कई मामलों में भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर चुके हैं।

    बतौर रिपोर्ट्स, शाह उन्हें चार्ज डी अफेयर्स नियुक्त किए जाने की जानकारी भी भारतीय विदेश मंत्रालय को दे चुके हैं।

    स्थिति 

    भारत का मामले पर क्या रुख?

    भारतीय विदेश मंत्रालय अफगानी दूतावास की इस अंदरूनी कलह पर नजर रखे हुए है, लेकिन उसने अब तक किसी का पक्ष नहीं लिया है।

    बतौर रिपोर्ट्स, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने दोनों पक्षों को बता दिया है कि यह उनका आंतरिक मामला है, जिसे उन्हें खुद ही निपटाने की जरूरत है।

    इससे एक संकेत के तौर पर देखा जा सकता है कि भारत सरकार तालिबान द्वारा नियुक्त किए गए राजनयिक के नाम पर भी खुलकर विचार कर सकती है।

    विश्लेषण

    क्या तालिबान द्वारा नामित शख्स को मान्यता देगा भारत? 

    भारत ने अफगानिस्तान को मदद भेजना जारी रखने के बावजूद अब तक अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है।

    यदि भारत सरकार तालिबान द्वारा नामित किए गए शाह को अफगानिस्तान के राजदूत के रूप में मान्यता प्रदान कर देता है तो वह एक तरीके से किसी आतंकी संगठन के नुमाइंदे को मान्यता देगा।

    मान्यता नहीं देने की स्थिति में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित भारतीय दूतावास की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।

    कब्जा 

    न्यूजबाइट्स प्लस

    तालिबान ने अगस्त, 2021 में 20 साल बाद दोबारा अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था।

    इसके बाद कई देशों ने अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए विशेष अभियान चलाया था।

    तालिबान ने अमेरिकी सेना की वापसी के बाद सरकार का भी गठन किया था और देश का नाम बदलकर इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान कर दिया था।

    तालिबान के मौजूदा प्रमुख हिब्तुल्लाह अखुंदजादा को तालिबान सरकार के प्रमुख के साथ-साथ अफगानिस्तान का सर्वोच्च नेता भी घोषित किया गया था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    अफगानिस्तान
    तालिबान
    दिल्ली
    #NewsBytesExplainer

    ताज़ा खबरें

    डोनाल्ड ट्रंप से बात करने के बाद बोले पुतिन- युद्ध विराम पर काम करने को तैयार डोनाल्ड ट्रंप
    IPL 2025: SRH ने LSG को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025: SRH से हारकर प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हुई LSG, बने ये रिकॉर्ड्स IPL 2025
    IPL 2025: अभिषेक शर्मा ने LSG के खिलाफ जड़ा दूसरा अर्धशतक, बने 'प्लेयर ऑफ द डे' इंडियन प्रीमियर लीग

    अफगानिस्तान

    तालिबान के हाथों मारे गए दानिश सिद्दीकी को मिला पुलित्जर अवॉर्ड तालिबान
    हिंसा के चलते पिछले साल भारत को हुआ 50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान रूस समाचार
    अफगानिस्तान: काबुल स्थित गुरुद्वारे पर आतंकी हमला; दो की मौत, कई फंसे काबुल
    काबुल: इस्लामिक स्टेट ने ली गुरुद्वारे पर हमले की जिम्मेदारी, पैगंबर के अपमान का बदला बताया काबुल

    तालिबान

    किम कार्दशियन ने महिला अफगान फुटबॉल खिलाड़ियों की ब्रिटेन जाने में की मदद अफगानिस्तान
    तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान छोड़ने वालीं महिला सांसद अब कहां हैं? अफगानिस्तान
    काबुल से भारतीय नागरिकों सहित 110 लोगों को लेकर दिल्ली पहुंचा विशेष विमान भारत की खबरें
    भारत ने विशेष विमान से अफगानिस्तान भेजी 1.6 मीट्रिक टन दवाइयां, 90 अफगानी नागरिक भी लौटे भारत की खबरें

    दिल्ली

    पहलवानों ने धरना जारी रखने का किया ऐलान, बोले- बृजभूषण सिंह को भेजा जाए जेल बृजभूषण शरण सिंह
    केजरीवाल के बंगला विवाद में उपराज्यपाल की एंट्री, मुख्य सचिव से 15 दिन में मांगी रिपोर्ट अरविंद केजरीवाल
    दिल्ली: बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना जारी, अरविंद केजरीवाल मिलने पहुंचे अरविंद केजरीवाल
    खेल में राजनीति: जानिए किन-किन खेल संघों पर है राजनेताओं या उनके परिजनों का दबदबा खेल मंत्रालय

    #NewsBytesExplainer

    जिलाधिकारी की हत्या के दोषी डॉन आनंद मोहन कौन हैं, जिनकी रिहाई पर हो रहा विवाद? बिहार
    #NewsBytesExplainer: फिल्मफेयर पुरस्कारों की शुरुआत कब हुई, किसे मिला पहली बार पुरस्कार? जानिए पूरा इतिहास फिल्म पुरस्कार
    #NewsBytesExplainer: क्या है 'DMK फाइल्स' का मामला, जिसमें मुख्यमंत्री स्टालिन पर लगाया गया भ्रष्टाचार का आरोप?  तमिलनाडु
    #NewsBytesExplainer: ऑटोमैटिक गियरबॉक्स क्या है और ये कितने प्रकार के होते हैं?  काम की बात
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025