भारत ने विशेष विमान से अफगानिस्तान भेजी 1.6 मीट्रिक टन दवाइयां, 90 अफगानी नागरिक भी लौटे
भारत ने आपसी बातचीत और मानवीय पहलू के आधार पर शनिवार को विशेष विमान के जरिए 90 अफगानी नागरिक और 1.6 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाइयां अफगानिस्तान के लिए भेजी है। यह विशेष विमान शुक्रवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 104 भारतीयों सहित अफगानी सिख और हिंदुओं को लेकर दिल्ली पहुंचा था। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत की ओर से वहां भेजी गई यह पहली मानवीय सहायता है।
शुक्रवार को अफगानिस्तान से भारत लौटे थे 104 नागरिक
तालिबानी सरकार और भारतीय विदेश मंत्रालय के बीच लंबी बातचीत के बाद अफगानिस्तान में फंसे लोगों की वापसी के लिए 'ऑपरेशन देवी शक्ति' शुरू किया गया है। इसके तहत शुक्रवार को 10 भारतीय नागरिकों और 94 अफगान सिख और हिंदुओं ने विशेष विमान से भारत के लिए उड़ान भरी थी। इस विमान से ऐतिहासिक गुरुद्वारों से तीन श्री गुरु ग्रंथ साहिब और काबुल के असमाई मंदिर से रामायण, महाभारत और भगवद गीता ग्रंथों को भी लाया गया था।
वापसी में अफगानिस्तान लौटे भारत में फंसे 90 नागरिक
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, विशेष मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अफगानिस्तान से 104 लोगों को लेकर आए विशेष विमान से भारत में फंसे 90 अफगानी नागरिक और 1.6 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाइयों को अफगानिस्तान भेजा गया है। इन दवाइयों को काबुल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रतिनिधियों को सौंपा जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि WHO प्रतिनिधि इन दवाइयों का काबुल के इंदिरा गांधी शिशु अस्पताल में वितरण करेंगे।
दिल्ली में अफगानिस्तान के उच्चायुक्त ने जताया भारत का आभार
भारत की ओर से भेजी गई सहायता पर दिल्ली में अफगानिस्तान के उच्चायुक्त (गनी सरकार के समय पदस्थापित) फरीद मामुंदजई ने भारत सरकार का आभार जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'सभी बच्चों को एक छोटी सी मदद, उम्मीद और उन पर विश्वास करने वाले व्यक्ति की आवश्यकता होती है। भारत से चिकित्सा सहायता की पहली खेप आज काबुल पहुंची। यह कठिन समय में कई परिवारों की मदद करेंगी। भारत के लोगों की ओर से उपहार।'
भारत ने अब तक 669 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि'ऑपरेशन देवी शक्ति' के तहत अब तक कुल 669 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला जा चुका है। इसमें 448 भारतीय और 206 अफगान नागारिक शामिल है। इनमें अफगानी हिंदू और सिख अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य शामिल हैं। अन्य लोगों को भी लाने के प्रयास जारी रहेंगे। इससे पहले भारत ने अगस्त में तालिबान के कब्जे के बाद 438 भारतीयों सहित 565 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला था।
भारत सड़क मार्ग के जरिए अफगानिस्तान भेजेगा 50,000 टन गेंहूं
भारत पहले ही घोषणा कर चुका है कि वह पाकिस्तान के रास्ते सड़क मार्ग के जरिए 50,000 टन गेहूं और दवाइयां अफगानिस्तान भेजेगा। भारत और पाकिस्तान अब खेप के परिवहन के नियमों को अंतिम रूप देने पर बातचीत कर रहे हैं।
वाणिज्यिक उड़ानों पर है प्रतिबंध
तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया था। इसे देखते हुए भारत ने उसी दिन से वहां के लिए सभी कमर्शियल उड़ानों को रोक दिया था। वहां फंसे भारतीय लोगों को वायुसेना के विशेष विमानों से भारत लाया गया था। भारत के अलावा कई और देशों ने भी काबुल जाने वाली वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रखा है। पाकिस्तान समेत कुछ देश ही काबुल के विमान सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं।