
दिल्ली: बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना जारी, अरविंद केजरीवाल मिलने पहुंचे
क्या है खबर?
दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय पहलवानों का भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना जारी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शनिवार को पहलवानों को समर्थन देने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों के साथ उत्पीड़न करने वालों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।
गौरतलब है कि कई महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
बयान
खेल जगत के लिए लड़ रहे हैं पहलवान- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "जिन बच्चियों ने भारत का नाम रोशन किया, उन्हें छेड़खानी करने वाले के खिलाफ एक FIR कराने के लिए जंतर-मंतर पर बैठना पड़ रहा है और केंद्र सरकार उस आदमी को बचाने में लगी है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं भारत से प्यार करने वाले सभी लोगों को कहना चाहता हूं कि ये बच्चे अपने लिए नहीं लड़ रहे हैं, ये खेल जगत के लिए लड़ रहे हैं। इनका साथ देने के लिए जंतर-मंतर आइए।"
आरोप
दिल्ली पुलिस कर रही पहलवानों को प्रताड़ित- बजरंग
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस धरने पर बैठे पहलवानों को खाना और पानी नहीं देकर उन्हें प्रताड़ित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनस्थल की बिजली भी काट दी गई है।
बजरंग ने कहा, "पुलिस ने कहा है कि विरोध करना है तो सड़क पर सो जाओ। आज उन पर किस तरह का दबाव आया है, पहले तो ऐसी कोई समस्या नहीं थी, यह सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण ही हुआ है।"
समर्थन
कई विपक्षी नेता कर चुके हैं पहलवानों का समर्थन
बता दें कि केजरीवाल से पहले विपक्ष के कई नेता धरनास्थल पर जाकर पहलवानों का समर्थन कर चुके हैं।
शनिवार सुबह को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस नेता दीपेंदर हुड्डा ने जंतर-मंतर जाकर पहलवानों से मुलाकात की।
गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने भी पहलवानों के साथ मुलाकात की थी और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर जमकर निशाना साधा था।
केस
बृजभूषण के खिलाफ दर्ज हुई हैं 2 FIR
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार देर रात कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 2 FIR दर्ज की थीं।
बृजभूषण के खिलाफ पहली FIR एक नाबालिग पहलवान द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसमें यौन अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, दूसरी FIR बाकी 6 महिला पहलवानों के यौन शोषण और छेड़खानी से जुड़े आरोपों में दर्ज हुई है।
आरोप
मुझे पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा- बृजभूषण
बृजभूषण ने FIR दर्ज होने पर कहा कि वह कानून का पालन करेंगे और पहले भी ऐसा करते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अब मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने है। कोर्ट ने जो भी फैसला किया है, मैं उसका स्वागत करता हूं। मुझे सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पुलिस की जांच प्रक्रिया पर भरोसा है। जांच में जहां भी मेरे सहयोग की जरूरत होगी, मैं सहयोग करने को तैयार हूं।"
मामला
कब हुई थी पूरे मामले की शुरुआत?
यह पूरा मामला इस साल जनवरी में सामने आया था। तब देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे। महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में शिविर के दौरान कई खिलाड़ियों का शोषण हुआ था। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन करने के बाद पहलवानों ने धरना खत्म किया था।