
पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के प्रस्ताव का स्वागत किया
क्या है खबर?
पाकिस्तान ने रविवार को कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पेशकश का स्वागत किया।
पाकिस्तान ने इसे एक दीर्घकालिक विवाद बताया, जिसका दक्षिण एशिया और उससे आगे शांति और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
इससे पहले सुबह राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह कश्मीर विवाद का समाधान खोजने के लिए दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।
बयान
पाकिस्तान ने क्या दिया है बयान?
संघर्ष विराम वार्ता में अमेरिका द्वारा निभाई गई रचनात्मक भूमिका की सराहना करते हुए पाकिस्तान सरकार ने एक बयान में कहा, "हम राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारत के साथ जारी तनाव में की गई शाति की पहल और जम्मू-कश्मीर विवाद के समाधान के लिए प्रयासों का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त करने की सराहना करते हैं। यह एक दीर्घकालिक मुद्दा है जिसका दक्षिण एशिया और उसके बाहर के देशों में शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर निहितार्थ हैं।"
आभार
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने जताया ट्रंप का आभार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक्स पर लिखा, 'दशकों से पाकिस्तान और अमेरिका ऐसे साझेदार रहे हैं, जिन्होंने हमारे आपसी हितों की रक्षा और संवर्धन के साथ-साथ दुनिया के महत्वपूर्ण हिस्सों में शांति और सुरक्षा के लिए मिलकर काम किया है। मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रंप के रूप में पाकिस्तान को एक बेहतरीन साझेदार मिला है, जो हमारी रणनीतिक साझेदारी को पुनर्जीवित कर सकता है और सभी क्षेत्रों में पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों को मजबूत कर सकता है।'
बयान
राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या दिया था बयान?
राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा था, 'मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत और अडिग नेतृत्व पर बहुत गर्व है, क्योंकि उनके पास यह जानने और समझने की शक्ति, बुद्धि और धैर्य है कि वर्तमान आक्रामकता को रोकने का समय आ गया है, जो विनाश का कारण बन सकती है।'
उन्होंने लिखा था, 'मैं भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर यह देखने के लिए काम करूंगा कि क्या हजार साल के बाद कश्मीर के मामले में कोई समाधान निकाला जा सकता है।'