
2026 तक अमेरिका भेजे जाने वाले सभी आईफोन भारत में बनाएगी ऐपल- रिपोर्ट
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनी ऐपल भारत को आईफोन मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है।
CNBC TV-18 की रिपोर्ट के अनुसार, 2026 तक भारत अमेरिका को भेजे जाने वाले सभी आईफोन का एकमात्र निर्माण केंद्र बन सकता है।
हालांकि, यह फैसला भारत में उत्पादन बढ़ाने की क्षमता और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों पर निर्भर करेगा। ऐपल अगले साल भारत में 4 करोड़ आईफोन बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
उत्पादन
फॉक्सकॉन प्लांट से उत्पादन को मिलेगी रफ्तार
ऐपल के इस विस्तार में बेंगलुरु स्थित फॉक्सकॉन का नया प्लांट अहम भूमिका निभाएगा, जो इस महीने के अंत तक शुरू हो सकता है।
यह प्लांट पूरी क्षमता पर सालाना 2 करोड़ आईफोन बना सकता है। वहीं दूसरी ओर, देशभर में ऐपल के अन्य सप्लायर्स भी अपने पुराने प्लांट्स पर निर्माण क्षमता बढ़ा रहे हैं।
ऐपल ने इस योजना पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन तैयारी जोरशोर से जारी है।
निर्यात
भारत में बढ़ता निर्माण और निर्यात
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल ने मार्च 2025 को खत्म वित्त वर्ष में भारत में करीब 1,900 अरब रुपये के आईफोन बनाए, जो सालाना लगभग 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
कंपनी अब अपने कुल 20 प्रतिशत आईफोन भारत में बनाती है। इनमें से अधिकांश तमिलनाडु के फॉक्सकॉन प्लांट से आते हैं। टाटा ग्रुप भी विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन के संचालन के बाद प्रमुख निर्माता बनकर उभरा है।
ऐपल अब देश में ही आईफोन की पूरी रेंज तैयार कर रही है।
रणनीति
सरकारी सहयोग और चीन से अलगाव की रणनीति
ऐपल की रणनीति चीन से धीरे-धीरे दूरी बनाने की है, जो कोविड लॉकडाउन के समय से तेज हो गई।
चीन में अब भी उसके करीब 200 सप्लायर हैं, लेकिन ऐपल उन्हें कम करने की योजना पर काम कर रही है।
'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत भारत सरकार की तरफ से मिलने वाली 2.7 अरब डॉलर (लगभग 23,000 करोड़ रुपये) की प्रोत्साहन राशि से स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को भी मजबूती मिल रही है। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण को नई गति मिलेगी।