
पोप लियो ने किया भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते का स्वागत
क्या है खबर?
पोप लियो ने रविवार को दुनिया के ताकतवर देशों से अब और युद्ध न करने की अपील करते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुए संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया है।
इस दौरान उन्होंने उम्मीद जताई कि बातचीत से स्थायी शांति स्थापित हो सकेगी। उन्होंने ईश्वर दुनिया को 'शांति का चमत्कार' प्रदान करने की प्रार्थना भी की।
बता दें कि भारत और पाकिस्तान 4 दिन के संघर्ष के बाद संघर्ष विराम पर सहमत हुए हैं।
बयान
पोप लियो ने क्या दिया बयान?
पोप लियो XIV, अमेरिकी कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट ने रविवार को वेटिकन सिटी के सेंट पीटर्स स्क्वायर में लोगों को दिए संदेश में कहा, "मुझे भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के बारे में जानकारी खुशी हुई है और आशा है कि वार्ता से परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच स्थायी समझौता हो सकेगा।"
उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख शक्तियों से अब और युद्ध न करने की अपील करते हुए स्थायी शांति स्थापित होने की उम्मीद जताई।
संदेश
पोप लियो ने दिया शांति संदेश
पोप लियो ने कहा, "आज का विश्व एक ऐसे नाटकीय परिदृश्य से गुजर रहा है, जिसमें तीसरा विश्व युद्ध टुकड़ों-टुकड़ों में लड़ा जा रहा है। मुझे यूक्रेन के प्यारे लोगों की पीड़ा का अहसास है। ऐसे में वास्तविक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति तक पहुंचने के लिए बातचीत की जानी चाहिए।"
उन्होंने गाजा के लिए दुख जताते हुए सभी पक्षों से तत्काल युद्ध विराम, मानवीय सहायता और हमास द्वारा बंधक बनाए गए शेष बंधकों की रिहाई की भी अपील की है।
निर्वाचन
267वें पोप के रूप में निर्वाचित हुए हैं लियो
कार्डिनल प्रीवोस्ट को गत 8 मई को कैथोलिक चर्च का नया नेता चुना गया है। इसके बाद उन्होंने अपना नाम लियो XIV रख लिया और वे पहले अमेरिकी पोप बन गए। वह पोप फ्रांसिस का स्थान लेंगे, जिनका 21 अप्रैल को निधन हो गया था।
बता दें कि पोप लियो के चुनाव के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच कड़ा संघर्ष चल रहा था। पाकिस्तान की ओर से भारत पर कई ड्रोन और मिसाइलें दागी गई थीं।