
डेल्टा वेरिएंट से अधिक संक्रामक है ओमिक्रॉन, वैक्सीनें भी कम प्रभावी- WHO
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को कहा कि शुरूआती विश्लेषण में सामने आया है कि कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से अधिक संक्रामक है और वैक्सीनें भी इसके खिलाफ कम प्रभावी साबित होती हैं।
विश्लेषण में ओमिक्रॉन के कम गंभीर लक्षण पैदा करने की बात भी सामने आई है, यानि इससे संक्रमित होने पर व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार नहीं होता है।
संगठन ने सीमित डाटा के आधार पर ये नतीजे निकाले हैं।
बयान
जल्द डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ देगा ओमिक्रॉन- WHO
ओमिक्रॉन वेरिएंट पर बयान जारी करते हुए WHO ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट के कम प्रसार वाले दक्षिण अफ्रीका और डेल्टा के ज्यादा प्रसार वाले ब्रिटेन में ओमिक्रॉन तेजी से फैला है।
WHO ने आगे कहा कि शुरूआती सबूत संकेत देते हैं कि ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीनों की प्रभावशीलता भी कम हो जाती है।
उसने कहा कि मौजूदा उपलब्ध डाटा से लगता है कि ओमिक्रॉन जल्द ही डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ देगा।
रोड़ा
संक्रामकता दर और गंभीरता पर कुछ ठोस कहने में डाटा की कमी बड़ा रोड़ा
हालांकि WHO ने जोर देकर कहा कि डाटा की कमी के कारण वह यह नहीं कह सकता है कि ओमिक्रॉन की संक्रामकता दर अधिक किस कारण से अधिक है औरह इसके पीछे वैक्सीनों के इस पर कम प्रभावी साबित होने, इसके अधिक संक्रामक होने या ये दोनों कारण हो सकते हैं।
संगठन ने कहा कि ओमिक्रॉन के कारण अभी तक हल्की या गैर-लैक्षणिक बीमारी हुई है, लेकिन अपर्याप्त डाटा के कारण इसी गंभीरता पर कुछ पक्का नहीं कहा जा सकता।
पृष्ठभूमि
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है।
WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं।
प्रसार
63 देशों में पहुंचा ओमिक्रॉन, भारत में 37 मामले
ओमिक्रॉन वेरिएंट अभी तक कुल 63 देशों में पहुंच चुका है जिनमें भारत भी शामिल है। भारत में ओमिक्रॉन के अब तक 37 मामले सामने आ चुके हैं।
रविवार को चंडीगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल और आंध्र प्रदेश में इसका एक-एक मामला पकड़ में आया। इससे पहले गुजरात, राजस्थान और दिल्ली में भी ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं।
बेंगलुरू के एक डॉक्टर को छोड़कर संक्रमित पाए गए सभी लोग हालिया समय में विदेश यात्रा से लौटे थे।