उत्तर कोरिया ने दागी बैलिस्टिक मिसाइल, अमेरिका तक कर सकती है मार- जापान
उत्तर कोरिया पिछले कई दिनों से एक के बाद एक मिसाइलें टेस्ट कर रहा है। शुक्रवार को उसने एक बार फिर इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) दागी, जिसकी रेंज अमेरिका तक है। जापान ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह मिसाइल उसके होक्काइदो द्वीप के 210 किलोमीटर दूर पश्चिम में समुद्र में गिरी थी। अमेरिका ने इस लॉन्च की आलोचना की है, वहीं दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के खिलाफ मजबूत रोकथाम कदमों का ऐलान किया है।
गुरुवार को उत्तर कोरिया ने दी थी अमेरिका को चेतावनी
BBC के अनुसार, गुरुवार को उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह इस इलाके में सैन्य मौजूदगी बढ़ाता है तो उसके कड़ा जवाब दिया जाएगा। गुरुवार को ही उत्तर कोरिया ने एक कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की इसकी जानकारी दे दी गई है। इससे पहले रविवार को अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के शीर्ष नेताओं ने बैठक की थी।
15,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है मिसाइल- जापान
उत्तर कोरिया की तरफ से ताजा मिसाइल स्थानीय समयानुसार 10:15 बजे लॉन्च की गई। दक्षिण कोरियाई सेना ने बताया कि यह मिसाइल 6,000 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंची और इसने 22 मैक की स्पीड पर 1,000 किलोमीटर की दूरी तय की। जापान के रक्षा मंत्री ने बताया कि इस मिसाइल की रेंज अमेरिका तक है और यह करीब 15,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है। उत्तर कोरिया को बता दिया गया है कि ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अमेरिका के सैन्य अभ्यास से खफा है उत्तर कोरिया
दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने पिछले महीने कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य अभ्यास शुरू किया था। इसमें सैकड़ों की संख्या में विमानों ने हिस्सा लिया था। उत्तर कोरिया ने इसे रोकने की मांग करते हुए कहा था कि दोनों देश युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। इसके जवाब में वह लगातार मिसाइलों और दूसरे हथियारों की टेस्टिंग कर रहा है। हालांकि, दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने उत्तर कोरिया के आरोप खारिज करते हुए सैन्य अभ्यास को पूर्व निर्धारित अभ्यास बताया था।
लंबी रेंज की नई मिसाइलें विकसित कर रहा उत्तर कोरिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर कोरिया लंबी रेंज की नई मिसाइल ह्वासॉन्ग-17 तैयार कर रहा था। यह उसकी पिछले ICBM से बड़ी है और विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक साथ कई हथियार ले जा सकती है और इसका मुकाबला करना मुश्किल होगा। दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार, इसे लॉन्च करने के कई प्रयास असफल हो चुके हैं। इस महीने भी उत्तर कोरिया ने इस मिसाइल को लॉन्च किया था, लेकिन यह बीच उड़ान ही असफल हो गई।
क्या होती हैं बैलिस्टिक मिसाइलें?
बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च होने के बाद अर्द्धचंद्राकार रास्ते पर चलती है। रॉकेट के साथ इनका संपर्क खत्म होने के बाद इसमें लगा बम नीचे गिरता है। इनका इस्तेमाल रासायनिक, परमाणु, जैविक और पारंपरिक हथियार ले जाने के लिए होता है। एक बार लॉन्च होने के बाद इस मिसाइल पर नियंत्रण नहीं रहता है। उत्तर कोरिया हजारों किलोमीटर दूर निशाने भेदने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार कर रहा है।
क्या अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर हमला कर सकता है उत्तर कोरिया?
उत्तर कोरिया की परमाणु हथियारों से हमले की क्षमता पर विशेषज्ञों के अलग-अलग मत हैं। कईयों को उत्तर कोरिया की मिसाइलों पर अंदेशा है तो कुछ का कहना है कि वह दक्षिण कोरिया समेत अपने पड़ोसियों पर परमाणु हथियारों से हमले की क्षमता रखता है। हालांकि, अपने तमाम हथियारों के बाद भी अमेरिका के सामने उत्तर कोरिया की क्षमता कम पड़ जाती है। वहीं, अमेरिका कई स्थानों से उत्तर कोरिया पर मिसाइलें दाग सकता है।