NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    चीन समाचार
    पाकिस्तान समाचार
    अफगानिस्तान
    रूस समाचार
    श्रीलंका
    यूक्रेन युद्ध
    श्रीलंका आर्थिक संकट
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / किम जोंग के उत्तर कोरिया में 99.99% मतदान, वोटिंग पर्ची पर होता है एक ही नाम
    दुनिया

    किम जोंग के उत्तर कोरिया में 99.99% मतदान, वोटिंग पर्ची पर होता है एक ही नाम

    किम जोंग के उत्तर कोरिया में 99.99% मतदान, वोटिंग पर्ची पर होता है एक ही नाम
    लेखन मुकुल तोमर
    Mar 13, 2019, 11:43 am 1 मिनट में पढ़ें
    किम जोंग के उत्तर कोरिया में 99.99% मतदान, वोटिंग पर्ची पर होता है एक ही नाम

    तानाशाही राज के लिए 'प्रसिद्ध' उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया की मानें तो इस बार के चुनाव में देश में 99.99 प्रतिशत वोटिंग हुई। पिछली बार 2014 में यह आंकड़ा 99.97 प्रतिशत था। बता दें कि लोकतांत्रिक देशों की तरह उत्तर कोरिया में भी हर 5 साल पर चुनाव होते हैं। लेकिन यह सब केवल दिखावे के लिए होता है और इस दौरान लोगों के पास चुनने के लिए केवल एक ही उम्मीदवार होता है।

    वोटिंग पर्ची पर होता है केवल एक ही नाम

    उत्तर कोरिया में लोग मतदान के जरिए सुप्रीम पीपल्स असेंबली (SPA) के सदस्यों का चुनाव करते हैं। इस दौरान लोगों को वोटिंग पर्ची पर केवल एक ही नाम का विकल्प मिलता है और वह नाम तानाशाह किम जोंग उन की वर्कर्स पार्टी का उम्मीदवार होता है। यही कारण है कि चुनाव के परिणाम पर कभी भी शक नहीं रहता और यह शत-प्रतिशत तानाशाह जोंग की पार्टी के पक्ष में आता है।

    'सिंगल मांइडेड यूनिटी' के सिद्धांत पर चलता है उत्तर कोरिया

    उत्तर कोरिया की आधिकारिक न्यूज एजेंसी KCNA के अनुसार, शत-प्रतिशत मतदान इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि विदेश में काम कर रहे नागरिक चुनाव में भाग नहीं ले पाए। उसके अनुसार, लोगों की ताकत को चट्टान की तरह मजबूत करने के लिए सभी मतदाता चुनाव में एक होकर वोट करते हैं। 'सिंगल मांइडेड यूनिटी' उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा नारा है, जिसका मतलब है कि सारे लोग साथ मिलकर एक ही उम्मीदवार के पक्ष में अपना समर्थन दिखाते हैं।

    चुने गए उम्मीदवारों में तानाशाह किम का नाम नहीं

    जीते गए सभी उम्मीदवारों की पूरी सूची तो तुरंत जारी नहीं की गई, लेकिन देश के सरकारी टीवी चैनल ने मंगलवार को चुने गए सभी उम्मीदवारों के नाम पढ़े। गौर करने वाली बात यह है कि इसमें तानाशाह किम जोंग उन का नाम शामिल नहीं था। सूची में किम का नाम भले ही न हो, लेकिन उनकी बहन किम यो जोंग चुने गए सदस्यों में शामिल हैं। यो जोंग अपने भाई किम जोंग के सबसे नजदीकी सहयोगियों में शामिल हैं।

    अपने नेता और सरकार को भरपूर समर्थन देते हैं उत्तर कोरिया के नागरिक

    एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर लिम उल-चुल ने कहा कि सूची में किम का नाम ना होना अभूतपूर्व और हैरान करने वाला कदम है। उनके अनुसार ऐसा इसलिए किया गया ताकि उत्तर कोरिया को एक सामान्य देश की तरह दर्शाया जा सके। बता दें कि विदेशी मीडिया से बात करते समय उत्तर कोरिया के नागरिक अपने नेता किम जोंग उन और उनकी सरकार के प्रति पूरा समर्थन दिखाते हैं। वह अपने देश की व्यवस्था को एक समाजवादी व्यवस्था बताते हैं।

    आलोचक करते हैं चुनावों को खारिज

    बता दें कि 2014 में किम के चुनावी क्षेत्र माउंट पीकतो में शत-प्रतिशत मतदान हुआ था और सभी वोट किम को पड़े थे। वह वर्कर्स पार्टी के अलावा देश की सबसे बड़ी सरकारी संस्था 'स्टेट अफेयर्स कमिशन' के चेयरमैन भी हैं। वहीं, उनके दादा किम इल संग 1994 में मरने के बाद भी हमेशा के लिए देश के राष्ट्रपति बने हुए हैं। पश्चिमी देश उत्तर कोरिया के चुनावों को महज दिखावा मानते हैं जिसका मकसद तानाशाही को मान्यता देना है।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    उत्तर कोरिया
    किम जोंग उन
    चुनाव

    ताज़ा खबरें

    पर्थ स्कॉर्चर्स ने ब्रिस्बेन हीट को हराकर जीता BBL का खिताब बिग बैश लीग
    क्या विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में खोया हुआ फॉर्म प्राप्त कर पाएंगे? विराट कोहली
    'दंगल' के करीब 'पठान', इस हफ्ते बन सकती है सबसे ज्यादा कमाई वाली हिंदी फिल्म शाहरुख खान
    देश में पहली बार जेंडर बदलकर युवक ने धारण किया गर्भ, मार्च में होगी डिलीवरी केरल

    उत्तर कोरिया

    एयरस्ट्राइक के बाद भारत पर परमाणु हमले को तैयार था पाकिस्तान- पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री अमेरिका
    उत्तर कोरिया: सांस संबंधी बीमारी का प्रकोप, प्योंगयांग समेत कई जगह 5 दिनों का लॉकडाउन कोरोना वायरस
    उत्तर कोरिया ने दागी बैलिस्टिक मिसाइल, अमेरिका तक कर सकती है मार- जापान जापान
    उत्तर कोरिया टेस्ट कर रहा एक के बाद एक कई घातक हथियार, क्या है इरादा? दक्षिण कोरिया

    किम जोंग उन

    उत्तर कोरिया में कोरोना का कहर, तीन दिनों में 8 लाख से अधिक मामले उत्तर कोरिया
    उत्तर कोरिया: कोरोना के पहले मामले की पुष्टि के बाद छह मौतें, बुखार बताई गई वजह दक्षिण कोरिया
    उत्तर कोरिया में कोरोना के पहले मामले की पुष्टि, देशव्यापी लॉकडाउन लागू उत्तर कोरिया
    उत्तर कोरिया: लोगों के हंसने और खुशी मनाने पर लगी रोक, नियम तोड़ने पर होगी सजा उत्तर कोरिया

    चुनाव

    आगामी चुनावों में रिमोट EVM के इस्तेमाल का कोई प्रस्ताव नहीं- कानून मंत्री किरेन रिजिजू संसद
    अमेरिकाः हाउस स्पीकर के चुनाव में ट्रंप को मिला 1 वोट, सदन ने उड़ाई हंसी अमेरिका
    साल 2023 में किन राज्यों में होने वाले चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव का माहौल तय करेंगे? लोकसभा चुनाव
    गुजरात: इस गांव में राजनीतिक पार्टियों के प्रवेश पर प्रतिबंध, वोट न डालने पर जुर्माना गुजरात

    दुनिया की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    World Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023