अमेरिका: साड़ी वाली महिलाओं को निशाना बनाने वाले आरोपी के खिलाफ नफरती अपराध का मामला दर्ज
क्या है खबर?
अमेरिका के कैलिफॉर्निया में एक व्यक्ति के खिलाफ नफरती अपराध का मामला दर्ज हुआ है। इस व्यक्ति पर कैलिफॉर्निया के आसपास भारतीय मूल की दर्जनों महिलाओं को निशाना बनाने का आरोप है।
एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि यह व्यक्ति जून के बाद से 14 से अधिक हिंदू महिलाओं को नफरती अपराधों का निशाना बना चुका है। इसके निशाने पर वो महिलाएं रहती थीं, जिन्होंने पारंपरिक भारतीय गहने और कपड़े पहने होते थे।
अपराध
गहने चुराने की होती थी कोशिश
कैलिफॉर्निया के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी व्यक्ति महिलाओं पर झपटी मारकर उनके गहने चुराने की कोशिश करता था। एक घटना में उसने लूट से बचाने की कोशिश कर रहे एक महिला के पति की पिटाई कर दी थी। इस व्यक्ति ने जितनी भी औरतों को निशाना बनाया था, उन्होंने घटना के समय साड़ी पहनी हुई थी।
यह आरोपी साउथ बे के पास के इलाकों- मिलपिटास, सैन होजे, सांता क्लारा और सन्नीवेल में घटनाओं को अंजाम देता था।
लूटपाट
आरोपी ने चुराए करीब 30 लाख के गहने
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह व्यक्ति 50 से 73 साल की महिलाओं को अपना निशाना बनाता था। अभियोजन पक्ष का अनुमान है कि यह व्यक्ति अब तक करीब 30 लाख रुपये के गहने चुरा चुका है।
सांता क्लारा की पुलिस ने मार्शल के साथ मिलकर इस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 337 वर्षीय लाथन जॉनसन के तौर पर हुई है, जो ईस्ट पालो ऑल्टो नामक इलाके का रहने वाला है।
जानकारी
'एंटी-हिंदू हेट क्राइम' के तौर पर दर्ज हुए मामले
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के अनुसार, पहले ये हमले 'एंटी-साउथ एशियन' के तौर पर दर्ज हुए थे, लेकिन बाद में इन्हें 'एंटी- हिंदू हेट क्राइम' के तौर पर दर्ज किया गया।
डिस्ट्रिक्ट एटर्नी जेफ रोसेन ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा, "मैं अपने दक्षिणी एशियाई समुदाय से कहना चाहता हूं कि कोई भी आपको निशाना बनाता है या आप पर हमला करता है, उसे गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
बयान
सामान्य चोरी से भयावह यह कृत्य- एटर्नी
डिस्ट्रिक्ट एटर्नी ने कहा कि महिलाओं से उनके गहने छीन लेना, सड़क पर घसीटकर उनकी कलाई तोड़ देना, महिलाओं के पतियों को पीटना और उन्हें आतंकित करना एक सामान्य चोरी से अधिक भयावह है।
वहीं हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने इन हमलों की निंदा की है। एक सदस्य ने कहा कि समुदाय के लोगों की तरक्की को देखते हुए ऑनलाइन हिंदू फोबिया और उनके खिलाफ नफरती अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है।