UK: मॉर्डना की कैंसर वैक्सीन का ट्रायल शुरू, कोविड वैक्सीन जैसी तकनीक का इस्तेमाल
यूनाइटेड किंगडम (UK) में कैंसर वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है। इस वैक्सीन के जरिए शरीर में कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उनसे लड़ने में मदद मिलेगी। इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुताबिक, यह ट्रायल मॉडर्ना-UK रणनीतिक साझेदारी के तहत किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य mRNA तकनीक से वैक्सीन का निर्माण करना है। यह तकनीक कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने में भी उपयोग हुई थी। mRNA-4359 नामक mRNA थेरेपी के पहले प्राप्तकर्ता इंपीरियल कॉलेज हेल्थकेयर NHS ट्रस्ट के मरीज हैं।
किस प्रकार के कैंसर पर हो रहा अध्ययन?
इंपीरियल कॉलेज के मुताबिक, फार्मास्युटिकल कंपनी मॉडर्ना अध्ययन में मेलेनोमा, फेफड़ों के कैंसर और अन्य ट्यूमर कैंसर के इलाज में थेरेपी की सुरक्षा और संभावित प्रभाव का आंकलन करेगी। पहले चरण में ध्यान mRNA थेरेपी की सुरक्षा और सहनशीलता के मूल्यांकन पर होगा। इसका अकेले या मौजूदा कैंसर की दवा पेम्ब्रोलिजुमाब के साथ ट्रायल हो सकता है। शोधकर्ता पता लगा रहे हैं कि ये संयोजन फेफड़ों और त्वचा कैंसर के रोगियों में ट्यूमर को कम कर सकता है या नहीं।
सरे के व्यक्ति को लगाई गई पहली खुराक
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरे के 81 वर्षीय एक व्यक्ति को mRNA-4359 नामक वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। वह त्वचा कैंसर से पीड़ित हैं। उन्होंने अन्य उपचारों में सीमित सफलता के बाद ट्रायल में भाग लेने का निर्णय लिया। स्वास्थ्य सचिव विक्टोरिया एटकिन्स ने बताया कि वैक्सीन में अधिक लोगों की जान बचाने की क्षमता है, इसके साथ ही यह इस भयानक बीमारी का इलाज करने वाले अधिक प्रभावी और कम विषाक्त उपचारों में भी क्रांति लाती है।