वैक्सीनेशन: अब तक 3.8 लाख लोगों को लगी तीसरी खुराक, बीते चार दिनों में बढ़ी रफ्तार
देश में 10 अप्रैल से 18 से 59 वर्ष के लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज (तीसरी खुराक) लगना शुरू हुई थी। तब से बीते दो सप्ताह में केवल 3.87 लाख लोगों ने ही यह खुराक लगवाई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े दिखाते हैं कि इनमें से करीब 51 प्रतिशत लोगों ने पिछले चार दिनों में तीसरी खुराक ली है। यह संख्या ऐसे समय बढ़ी है, जब देश में कोरोना के मामलों में मामूली इजाफा देखा जाना लगा है।
करीब दो लाख ने बीते चार दिनों में ली तीसरी खुराक
मंत्रालय ने बताया कि पिछले 14 दिनों मे 3,87,719 वयस्कों को तीसरी खुराक लगाई गई है, जिनमें से 1.98 लाख ने 20 से 24 अप्रैल के बीच यह खुराक ली है। तीसरी खुराक लेने वाले आधे लोग उन राज्यों से हैं, जहां कई बड़े शहर हैं। इसके अलावा तीसरी खुराक लेने वाले प्राथमिकता समूह में शामिल स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन कर्मी और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या में भी गिरावट देखी जा रही है।
किस राज्य में कितने लोगों ने ली तीसरी खुराक?
अब तक तीसरी खुराक लेने वाले 18-59 आयुवर्ग के 54 प्रतिशत लाभार्थी दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। वहीं राजस्थान में अब तक 3,918, मध्य प्रदेश में 4,303 और झारखंड में 5,209 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक ली है। छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां 18 से 59 साल की उम्र के सिर्फ 532 लोगों ने तीसरी खुराक ली है। बिहार में 22,000 और हरियाणा में 20,000 लोगों ने प्रिकॉशन डोज ले ली है।
प्राथमिकता समूह में कितनी खुराकें लगाई गईं?
उच्च जोखिम वाले प्राथमिकता समूह में शामिल 2.62 करोड़ लोगों को अभी तक तीसरी खुराक दी गई है। इनमें से 46.94 लाख स्वास्थ्यकर्मी हैं, 73.40 लाख फ्रंटलाइन कर्मी और 1.42 करोड़ लोग 60 साल से अधिक उम्र के हैं। इन 2.62 करोड़ खुराकों में से 63 प्रतिशत 10 जनवरी से 10 फरवरी के बीच लगाई गई थी। यह वह समय था, जब कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देश महामारी की तीसरी लहर का सामना कर रहा था।
क्यों आगे नहीं आ रहे लोग?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के कम मामलों और सुधरते हालात को देखते हुए लोग तीसरी खुराक लेने आगे नहीं आ रहे हैं। इसके अलावा केवल निजी वैक्सीनेशन केंद्रों पर भुगतान के बदले खुराकें उपलब्ध होना भी लोगों को तीसरी खुराक लेने से रोक रहा है। उन्होंने कहा कि अभी केवल वही लोग तीसरी खुराक लगवा रहे हैं, जिन्हें या तो यात्रा के लिए इसकी जरूरत है या ऐसे लोग, जो दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं।
बढ़ते मामलों के साथ फिर लौटी पाबंदियां
देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। रविवार को लगातार पांचवें दिन नए मामलों की संख्या 2,000 से ऊपर रही। दिल्ली जैसे कई बड़े शहरों में पॉजिटिविटी रेट भी चिंताजनक दर की तरफ बढ़ रही है, जिसके चलते यहां मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। इसी तरह तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश के सात जिलों, हरियाणा के चार जिलों, पंजाब, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ में भी मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।