आईफोन में खराब बैटरी को लेकर ऐपल पर लग सकता है अरबों रुपये का जुर्माना
टेक दिग्गज कंपनी ऐपल पर जल्द ही 2 अरब डॉलर (लगभग 163.59 अरब रुपये) का जुर्माना लग सकता। कंपनी वर्तमान में ग्राहकों से दोषपूर्ण बैटरी छिपाने के लिए यूनाइटेड किंगडम (UK) में 2 अरब डॉलर का मुकदमा लड़ रही है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल के खिलाफ यह आरोप है कि उसने लाखों आईफोन्स में खराब बैटरी को थ्रॉटल करके छिपा दिया, जिससे आईफोन के परफॉर्मेंस पर बुरा असर पड़ा।
2016 में रिपोर्ट हुई पहली घटना
आईफोन में समस्या की पहली घटना 2016 में रिपोर्ट की गई, तब आईफोन 6, आईफोन 6s, आईफोन SE और आईफोन 7 यूजर्स ने डिवाइस स्लो होने की शिकायत की थी। बाद में पता चला कि आईफोन वास्तव में परफॉर्मेंस को कम कर रहा था, ताकि बैटरी लाइफ बचाई जा सके। ऐपल ने भी स्वीकार किया कि उसने iOS सॉफ्टवेयर अपडेट में भी ऐसा फीचर दिया था, लेकिन ऐसा इसलिए किया गया ताकि पुराने आईफोन की बैटरी लाइफ लंबी रह सके।