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इंग्लैंड: 3 लोगों के DNA से तैयार बच्चे का हुआ जन्म, देश का पहला मामला
3 लोगों के DNA से तैयार बच्चे का हुआ जन्म

इंग्लैंड: 3 लोगों के DNA से तैयार बच्चे का हुआ जन्म, देश का पहला मामला

लेखन गौसिया
May 10, 2023
07:47 pm

क्या है खबर?

यूनाइटेड किंगडम (UK) में पहली बार एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां 3 लोगों के DNA से मिलकर तैयार एक बच्चे का जन्म हुआ है। माइटोकॉन्ड्रियल डोनेशन ट्रीटमेंट (MDT) से जन्मे इस बच्चे में DNA उसके माता-पिता और जन्म देने वाली महिला से लिया गया था। आइए इस तकनीक के बारे में विस्तार से जानते हैं।

तकनीक

क्या है MDT तकनीक?

MDT एक तरह से IVF का बदला हुआ रूप है। इसमें भ्रूण बनाने के लिए स्वस्थ महिला डोनर के अंडों से ऊतक का इस्तेमाल किया जाता है, जो बच्चे की मां के हानिकारक म्यूटेशन से मुक्त होते हैं। इस तकनीक का उद्देश्य बच्चों को माइटोकॉन्ड्रियल विकारों के साथ पैदा होने से रोकना है क्योंकि इसके कारण कुछ परिवारों ने अपने कई बच्चों को खो दिया है। उनके लिए यह तकनीक खुद के स्वस्थ बच्चे पैदा करने का एकमात्र विकल्प है।

जानकारी

डोनर से आता बच्चे में 0.1 प्रतिशत DNA 

इस तकनीक में शिशुओं में 99.8 प्रतिशत से अधिक DNA उनके माता और पिता से आता है, जबकि 0.1 प्रतिशत DNA महिला डोनर से आता है। हालांकि, डोनर का DNA बच्चे के व्यक्तित्व और आंखों के रंग जैसे अन्य लक्षणों को प्रभावित नहीं करता है।

अनुमति

तकनीक की अनुमति देने वाला पहला देश है ब्रिटेन 

MDT से जन्मे इस बच्‍चे का जन्‍म इंग्लैंड के उत्तर-पूर्व में न्यूकैसल के क्लिनिक में हुआ है। हालांकि, डॉक्टरों ने इस बच्चे का विवरण जारी नहीं किया है। जानकारी के मुताबिक, 2015 में ब्रिटेन दुनिया का पहला ऐसा देश बना था, जिसने MDT को अनुमति देने के लिए कानून में बदलाव किए थे। इसके बाद 2017 में ह्यूमन फर्टिलाइजेशन एंड एम्ब्रियोलॉजी अथॉरिटी (HFEA) ने माइटोकॉन्ड्रियल रिप्लेसमेंट थेरेपी को मंजूरी दी थी।

पहला मामला

2016 में आया था पहला मामला

रिपोर्ट्स के मुताबिक, UK पहला देश नहीं है, जिसने सफलतापूर्वक MDT से बच्चे का निर्माण किया है। 2016 में अमेरिका में इस तकनीक के माध्यम से पहले बच्चे का जन्म हुआ था। उस वक्त जॉर्डन की एक महिला ने माइटोकॉन्ड्रियल म्यूटेशन के इलाज के बाद 3 लोगों के DNA से बच्चे को जन्म दिया था। इस तकनीक से कुल 5 बच्चे के जन्म की जानकारी है, लेकिन माता-पिता की पहचान गुप्त रखने के लिए ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।