चीन: समुद्री जीवों का भी हो रहा कोरोना टेस्ट, मामले बढ़ने के कारण लिया गया फैसला
कोरोना वायरस अभी भी हमारे बीच मौजूद है। हाल ही में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है। इससे लोगों के बीच डर का माहौल है। चीन के जियामेन में भी कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। BBC के अनुसार, यहां 50 लाख से अधिक लोगों को कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि टेस्टिंग सिर्फ इंसानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समुद्री जीवों का भी टेस्ट किया जा रहा है।
समुद्री जीवों का टेस्ट करते दिखे डॉक्टर
दरअसल, चीनी अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में स्वास्थ्यकर्मियों को मछली और केकड़ों का कोरोना वायरस टेस्ट करते हुए दिखाया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों ने PPE किट पहनी हुई है और मछलियों के मुंह और केकड़े के गोले के अंदर स्वैब डाल कर टेस्ट कर रहे हैं। अखबार के अनुसार, यह वीडियो चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में क्या है?
वायरल वीडियो में जिमी समुद्री महामारी नियंत्रण समिति ने महामारी को कंट्रोल करने के उपायों का पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, "सभी अपतटीय समुद्री श्रमिकों को समुद्री यात्रा शुरू करने से पहले वैक्सीन लगाई जानी चाहिए। मछुआरों का समुद्र में रहते हुए दिन में एक बार टेस्ट किया जाना चाहिए। जब वे समुद्र से लौटते हैं तो मछुआरों और समुद्री भोजन दोनों का टेस्ट किया जाना चाहिए।"
दूसरे जगहों पर भी हो चुका है ऐसा टेस्ट
वीडियो पर जियामेन म्यूनिसिपल ओशनिक डेवलपमेंट ब्यूरो ने कहा, "समुद्री जीवों का टेस्ट करने वाले हम एकमात्र स्थान नहीं हैं। हमने हाइनान से सबक लिया है। वह कोरोना का गंभीर प्रकोप झेल रहा है। उनका कहना है कि यह समुद्री जीवों से फैल सकता है।"
वीडियो देखकर लोगों ने दी अलग-अलग प्रतिक्रिया
वीडियो देखकर लोगों ने अलग-अलग रिएक्शन दिए हैं। एक यूजर ने कहा, 'अजीब लगता है, लेकिन ठीक है, टेस्ट के बिना जानने का कोई दूसरा तरीका नहीं है।' एक अन्य यूजर ने कहा, 'पागल हो गए हो तुम लोग, शी जिनपिंग भी क्रेजी हो गए हैं।' एक दूसरे यूजर ने लिखा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए यह सही और पेशेवर तरीका है। एक यूजर ने तो इसे मूर्खता की परिभाषा बताया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
कोरोना वायरस की शुरूआत मध्य चीनी शहर वुहान से हुई थी। कहा जाता था कि वुहान के समुद्री भोजन से ये वायरस आया है। हालांकि जानवरों से कोरोना फैलने की बात साबित नहीं हुई है। पिछले दो वर्षों में चीन में मछली ही नहीं बल्कि अन्य जानवरों का भी कोरोना का टेस्ट किया गया है। मई में चीनी मीडिया ने पूर्वी झेजियांग के हुझोउ में वन्यजीव पार्क में टेस्ट किए जा रहे एक हिप्पो के फुटेज को प्रसारित किया था।