ब्राजील: पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने अहम सरकारी इमारतों पर बोला धावा
क्या है खबर?
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने रविवार को देश की अहम सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया। चुनावी हार स्वीकार करने से इनकार कर चुके बोल्सोनारो के हजारों समर्थकों ने राजधानी ब्राजिलिया स्थित राष्ट्रपति भवन, संसद और सुप्रीम कोर्ट पर धावा बोला।
इस हिंसा ने डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों द्वारा अमेरिकी संसद पर किए हमले की याद दिला दी है।
हालांकि, बोल्सोनारो ने अपने समर्थकों की हिंसा की आलोचना करते हुए अपनी भूमिका से इनकार किया है।
जानकारी
उपद्रवियों ने इमारतों में की तोड़फोड़
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियोज में देखा जा सकता है कि बोल्सोनारो के समर्थक बड़ी संख्या में संसद और सुप्रीम कोर्ट की इमारतों में घुसते हैं और वहां तोड़फोड़ कर रहे हैं। कुछ उपद्रवी संसद की छत पर भी पहुंच गये, जहां कानून बनाने से जुड़ा काम होता है।
इन उपद्रवियों ने 'हस्तक्षेप' लिखा हुआ एक बैनर भी लहराया, जिसे ब्राजील की सेना से अपील समझा जा रहा है।
हिंसा
3,000 से ज्यादा हुड़दंगियों ने दिया हिंसा को अंजाम
स्थानीय समाचार चैनलों पर चली रहीं फुटेज में दिख रहा है कि कुछ उपद्रवी हरे और पीले रंग के कपड़े पहने राष्ट्रपति भवन के अंदर घूम रहे हैं। वहीं कुछ उपद्रवियों द्वारा पुलिसकर्मियों की पिटाई के वीडियो भी शेयर हो रहे हैं।
स्थानीय मीडिया का अनुमान है कि 3,000 से अधिक हुड़दंगियों ने इस हिंसा को अंजाम दिया। इन्हें पीछे धकेलने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले इस्तेमाल करने पड़े।
जानकारी
संसद भवन पर हुआ सुरक्षाबलों का नियंत्रण
करीब तीन घंटे से अधिक समय तक चले इस हुड़दंग पर काबू पाते हुए सुरक्षाकर्मियों ने संसद की इमारत को अपने नियंत्रण में ले लिया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति भवन से हुड़दंगियों को खदेड़ने का ऑपरेशन अभी जारी है।
बयान
राष्ट्रपति ने बोल्सोनारो को ठहराया जिम्मेदार
पिछले सप्ताह ब्राजील के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले लूला डा सिल्वा ने हिंसा के लिए बोल्सोनारो को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने राजधानी में इस महीने के आखिर तक केंद्रीय सुरक्षा तैनात कर दी है।
बोल्सोनारो को जिम्मेदार ठहराते हुए लूला ने कहा कि इन उपद्रवियों ने वो किया है, जो देश के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। इन सभी लोगों की तलाश कर इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
अभी तक 200 उपद्रवी गिरफ्तार हुए हैं।
आरोप
लोगों को उकसा रहे हैं बोल्सोनारो- लूला
वामपंथी नेता लूला ने पूर्व राष्ट्रपति को 'नरसंहारवादी' करार देते हुए कहा कि वो सोशल मीडिया के जरिये लोगों को उकसा रहे हैं। उनके कई ऐसे भड़काऊ भाषण हैं।
इससे पहले लूला ने ट्विटर पर लिखा था, 'हम सरकार गठन में जुटे हुए हैं और रविवार को उन्होंने हमारी चुप्पी का फायदा उठाया। आप जानते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति के कई भाषण ऐसा करने के लिए उकसाते हैं। इसके लिए वो और उनकी पार्टी जिम्मेदार है।'
प्रतिक्रिया
बोल्सोनारो ने किया आरोपों का खंडन
फिलहाल अमेरिका में रह रहे बोल्सोनारो ने हिंसा के बीच करीब छह घंटे तक चुप्पी साधे रखी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर अपने ऊपर लग रहे आरोपों का खंडन किया है।
उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन सरकारी इमारतों पर धावा और उन्हें नुकसान पहुंचाना गलत है।
बता दें कि बोल्सोनारो ने अपनी हार स्वीकार नहीं की है और उन्होंने वोटिंग प्रणाली में धोखाधाड़ी होने के झूठे दावों को हवा दी थी।
जानकारी
कई वैश्विक नेताओं ने की घटना की हिंसा
ब्राजील की सरकारी इमारतों पर हुई हिंसा की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस समेत कई वैश्विक नेताओं ने निंदा की है।
जानकारी
याद आया अमेरिकी संसद पर हमला
ब्राजील की सरकारी इमारतों पर हुई हिंसा ने अमेरिकी संसद पर हुए हमले की याद दिला दी है।
दरअसल, जनवरी, 2021 में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला कर दिया था। ट्रंप के समर्थक चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए चुनाव रद्द करने की मांग कर रहे थे और इसी दौरान उनका पुलिस से टकराव हो गया।
हिंसा के दौरान गोलियां और चोट लगने से कई लोगों की मौत हो गई थी।