डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, संसद दंगों मामले में आपराधिक मामला चलाने की सिफारिश
अमेरिकी संसद पर दंगो को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, इन दंगों की जांच कर रही समिति ने कहा है कि इसे लेकर ट्रंप के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। डेमोक्रेटिक सांसदों के नेतृत्व वाली इस समिति ने सर्वसम्मति से न्याय विभाग को ट्रंप के खिलाफ मुकदमा चलाने को कहा है। वहीं ट्रंप ने इसे साजिश बताते हुए कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
क्या है कैपिटल हिल पर दंगों का मामला?
राष्ट्रपति चुनाव के बाद 6 जनवरी, 2021 को ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हथियारों के साथ धावा बोल दिया था। भीड़ ने इमारत की खिड़कियां तोड़ दीं और सुरक्षाबलों से टकराव की स्थिति में आ गए। इस दौरान गोली चलने से एक महिला की मौत हुई थी और गंभीर रूप से घायल तीन लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। ट्रंप समर्थक इस दौरान राष्ट्रपति चुनाव रद्द करने की मांग कर रहे थे।
18 महीने से चल रही है जांच
दंगों की जांच के लिए इस समिति का गठन किया गया था। इसमें सात डेमोक्रेटिक और दो रिपब्लिकन सांसद शामिल हैं। समिति ने डोनाल्ड ट्रंप के अलावा उनके पांच सहयोगियों के खिलाफ भी जांच की है, जिन पर हिंसा भड़काने की साजिश के आरोप है। लगभग 18 महीनों में इस समिति ने सैकड़ो प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए और हजारों दस्तावेजों की जांच की। सोमवार को हुई आखिरी बैठक में समिति ने ट्रंप के खिलाफ चार आरोप तय किए हैं।
ट्रंप पर लगे ये आरोप
समिति ने ट्रंप के खिलाफ निम्नलिखित आरोप तय किए हैं- -विद्रोह को उकसाना और उसकी सहायता करना -आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालना -अमेरिका को धोखा देने की साजिश -झूठा बयान देना बता दें कि जांच समिति की ये सिफारिशें मानना न्याय विभाग के लिए बाध्यकारी नहीं है। ट्रंप मुकदमे का सामने करेंगे या नहीं, यह न्याय विभाग ही तय करेगा। हालांकि, समिति ने 161 पन्नों की रिपोर्ट में की गई इन सिफारिशों को 'न्याय का मार्ग' करार दिया है।
बुधवार को सामने आएगी समिति की पूरी रिपोर्ट
जांच समिति ने सोमवार को ट्रंप की सहयोगी होप हिक्स की एक वीडियो क्लिप भी दिखाईं, जिसमें वो ट्रंप को परंपरा को लेकर चेता रही हैं। हिक्स ने कहा कि उन्होंने ट्रंप को चेताया था कि चुनाव के बारे में झूठे दावे कर वो और उनकी टीम परंपरा को नुकसान पहुंचा रही है, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति ने उनकी चिंताओं की परवाह नहीं की। समिति की पूरी रिपोर्ट आगामी बुधवार को सामने आएगी।
ट्रंप ने रिपोर्ट को किया खारिज
पूर्व राष्ट्रपति ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए जांच समिति को 'कंगारू कोर्ट' करार दिया है। ट्रंप ने कहा कि अगले राष्ट्रपति चुनाव से पहले यह उन्हें और उनकी पार्टी को किनारे लगाने की पक्षपातपूर्ण कोशिश है।
चुनाव में उतरने का ऐलान कर चुके हैं ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने ऐलान किया था कि वो 2024 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे। यह तीसरी बार होगा, जब ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे। 2016 में बराक ओबामा के बाद ट्रंप राष्ट्रपति बने थे और 2020 में वो मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथों हार गए थे। बता दें कि रिपब्लिकन उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा में अभी काफी समय बाकी है। अभी शुरुआती चरण के आंतरिक चुनावों में भी एक साल का समय बचा हुआ है।