कोरोना वायरस: दिल्ली हवाई अड्डे पर आने वाले यात्रियों का किया जाएगा RT-PCR टेस्ट
भारत में यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के पहुंचने के बाद ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के स्ट्रेन ने भी दस्तक दे दी है। इसके बाद कई राज्यों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ गए हैं। इसको देखते हुए सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए है। अब मंगलवार रात 12 बजे से UK, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और अन्य यूरोपीय देशों से दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने वाले यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया जाएगा।
भारत में फिर से बढ़ने लगे हैं संक्रमण के मामले
बता दें कि UK में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन B.1.1.7 के भारत पहुंचने के बाद गत दिनों दक्षिण अफ्रीका में मिले B.1.351 और ब्राजील का P.1 स्ट्रेन की भी पुष्टि हो चुकी है। इसके चलते महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां पिछले आठ दिनों में 40,698 नए मामले सामने आए हैं। केरल में रविवार को 4,070 तथा कर्नाटक में 413 नए मामले सामने आए हैं।
प्रभावित राज्यों ने शुरू की सख्ती
बढ़ते मामलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने राज्यभर में सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। इसी तरह नागपुर, पुणे में स्कूल-कॉलेजों को बंद करने के साथ अन्य पाबंदियां लगाई गई है। इसके अलावा सबसे ज्यादा प्रभावित अमरावती, अकोला, बुलढाना, वाशिम, यवतमाल में 1 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया है। इससे पहले 17 फरवरी को कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरू हवाई अड्डे पर उतरने वाले सभी विदेशी यात्रियों का RT-PCR टेस्ट अनिवार्य किया था।
प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों का RT-PCR टेस्ट अनिवार्य
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी की गई नई मानक संचालक प्रक्रिया (SOP) में कहा गया है कि UK, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और अन्य यूरोपीय देशों से दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने वाले यात्रियों का अनिवार्य रूप से RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। हालांकि, यात्रियों को अनिवार्य संस्थागत क्वारंटाइन की जरूरत नहीं होगी। इसी तरह ट्रांजिट यात्रियों को रिपोर्ट आने तक इंतजार करना होगा।
यात्रियों को करना होगा IDSP का पालन
नई SOP के अनुसार प्रभावित देशों से आने वाले यात्री सैंपल देने के बाद एयरपोर्ट से जा सकेंगे, लेकिन उन्हें राज्य एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) का पालन करना होगा। संबंधित राज्य प्राधिकरण/हवाई अड्डा संचालक यात्रियों की रिपोर्ट एकत्र कर उन्हें सूचना देंगे। रिपोर्ट के निगेटिव आने पर यात्री सात के लिए होम क्वारंटाइन में रहेंगे और IDSP का पालन करेंगे। सात दिन पर उनकी फिर से जांच होगी और रिपोर्ट के निगेटिव होने पर क्वारंटाइन से छूट दी जाएगी।
संक्रमित मिलने वाले यात्रियों को कराना होगा उपचार
नई SOP के अनुसार जांच में संक्रमित पाए जाने वाले यात्रियों को कोरोना अस्पताल में उपचार करना होगा तथा बचाव के सभी नियमों का पालन करना होगा। उपचार के दौरान लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को रखनी होगी खुद स्वास्थ्य की निगरानी
नई SOP के अनुसार प्रभावित देशों के अलावा अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को भी सभी कोरोना नियमों का पालन करना होगा। इसके अलावा उन्हें अगले 14 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी रखनी होगी। कोई भी परेशानी होने पर नजदीकी अस्पताल को सूचना देनी होगी। जेनेस्ट्रेस डायग्नॉस्टिक्स के अनुसार नई व्यवस्था के बाद से दिल्ली एयरपोर्ट पर होने वाले RT-PCR टेस्टों की संख्या में 10 गुना बढ़ोतारी हो गई है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 14,199 नए मामले सामने आए और 83 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,10,05,850 हो गई है। इनमें से 1,56,385 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,50,055 हो गई है। यह लगातार पांचवां ऐसा दिन है जब सक्रिय मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है।