इजरायली सेना ने गाजा के अस्पताल से 240 से अधिक फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया
क्या है खबर?
इजरायल की सेना ने उत्तरी गाजा के कमाल अदवान अस्पताल पर छापा मारकर कई चिकित्सा कर्मचारियों सहित 240 से अधिक फिलिस्तीनियों को हिरासत में ले लिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पताल के निदेशक हुसैन अबू सफिया के प्रति चिंता जताई, जिन पर कथित तौर पर सैनिकों द्वारा हमला किया गया था।
इधर, इजरायली सेना का दावा है कि अस्पताल का उपयोग हमास कमांड सेंटर के रूप में किया जा रहा था और हिरासत में लिए गए लोग संदिग्ध आतंकी हैं।
परेशानी
कार्रवाई से प्रभावित हुई स्वास्थ्य सेवाएं
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस हमले के कारण उत्तरी गाजा में अंतिम प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा भी निष्क्रिय हो गई है तथा 75,000 फिलिस्तीनियों का जीवन खतरे में पड़ गया है। मरीजों को अन्य सुविधाओं में ले जाया गया है, जिनमें अब बंद हो चुका इंडोनेशियाई अस्पताल भी शामिल है।
इजरायली सेना ने भी स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर कुछ आम नागरिकों को अन्य अस्पतालों में पहुंचाया है।
इनकार
हमास का आरोपों से इनकार, संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग
हमास ने इजरायल के इस आरोप का खंडन किया है कि उसके लड़ाके अस्पताल से गतिविधियां संचालित करते थे। उसका दावा है कि अस्पताल में उसका कोई भी लड़ाक मौजूद नहीं था।
समूह ने संयुक्त राष्ट्र (UN) और संबंधित अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से उत्तरी गाजा में शेष अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं की सुरक्षा के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है।
उन्होंने आरोपों की सत्यता के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों को इन सुविधाओं पर भेजने का भी सुझाव दिया है।
हमला
इजराइल के हमलों में हुई 36 फिलिस्तीनियों की मौत
शनिवार को इजरायली हमलों में फिलिस्तीन के 36 नागरिक मारे गए, जिनमें मघाजी शिविर पर हमले में मारे गए 9 लोग भी शामिल है।
इजरायली सेना ने बेत हनून में लक्ष्यों के विरुद्ध अभियान शुरू कर दिया है तथा रॉकेट हमलों के कारण निवासियों को क्षेत्र खाली करने का आदेश दिया है।
7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के बाद से संघर्ष में 45,400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।